Mumbai: मुंबई में खसरे का खतरा बढ़ा, 109 बच्चे इस बीमारी से पीड़ित, 50 से ज्यादा अस्पताल में भर्ती
Measles Disease: एबीपी न्यूज की टीम ने गोवंडी के इस इलाके का दौरा किया जहां खसरे का प्रकोप दिन प्रतिदिन बढ़ रहा है. इस दौरे में गंदगी, खुले नाले, गंदगी में खेलते बच्चे दिखे.
Measles in Mumbai: मुंबई में खसरे का कहर दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है. खसरे से पीढ़ित 109 बच्चों में 50 बच्चे अस्पताल में भर्ती, 1 वेंटीलेटर पर. इस साल खसरे के मामलों में पिछले साल से तीन गुना ज्यादा वृद्धि हुई है. मुंबई के कस्तूरबा अस्पताल में एक खास वॉर्ड में बच्चों को भर्ती कराया गया है जहां केवल खसरे से पीड़ित बच्चों का इलाज हो रहा है. गोवंडी इलाके में खसरे के मामले पिछले दो महीनों में 80 से अधिक दर्ज हुए हैं, वहीं अब तक 3 नन्हे बच्चों की भी खसरे के कारण मौत हुई है, तीन में से 2 संदिग्ध खसरे से पीड़ित थे वहीं एक 14 महीने के बच्चे की मौत खसरे के कारण हुई है.
मुंबई के गोवंडी इलाके में लाखों की संख्या में झुग्गी बस्तियों में लोग रहते हैं, इस इलाके में अधिकतर मुस्लिम समाज के लोग रहते हैं. एबीपी न्यूज की टीम ने गोवंडी के इस इलाके का दौरा किया जहां खसरे का प्रकोप दिन प्रतिदिन बढ़ रहा है. इस दौरे में गंदगी, खुले नाले, गंदगी में खेलते बच्चे दिखे. आपको बता दें कि गोवंडी इलाके में अब तक सिर्फ दो महीनों में 84 मामले खसरे के दर्ज हो चुके है, अधिकतर बच्चे 5 साल की उम्र के नीचे हैं.
मुंबई महानगर पालिका ने बढ़ते मामलों को ध्यान में रखते हुई खसरे का आउटब्रीक (प्रकोप) ऐलान किया जहां एम एस वॉर्ड के अधिकारी और कर्मचारी घर-घर जाकर बच्चों का सर्वेक्षण कर रहे हैं. इस सर्वेक्षण में आशा वर्कर्स, एनजीओ, केंद्रीय स्वास्थ टीम और विश्व स्वास्थ्य संगठन WHO इंडिया के रीजनल हेड भी हर रोज सर्वेक्षण में शामिल होते हैं.
खसरे से अपने दो बच्चों को खोने वाले अब्दुल
26 और 27 अक्टूबर के 48 घंटों में गोवंडी इलाके में रह रहे 3 साल, 5 साल और 14 महीने के बच्चे की मृत्यु हुई. इसमें 3 साल और 5 साल के बच्चे संदिग्ध खसरे से पीड़ित थे, वहीं 14 महीने के बच्चे की खसरे के कारण मृत्यु हो गई. अपने 2 बेटों को खसरे से खोने वाले अब्दुल खान ने एबीपी न्यूज को बताया कि उनके 3 साल के बेटे की मौत 26 तारीख को उनके घर पर ही हो गई थी. उसकी सांस फूलने लगी और वह सर्दी और बुखार से भी पीड़ित था. वहीं उनका दूसरा बेटा जो 5 साल का था उसे मुंबई के राजावाडी अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन कुछ घंटे बाद उसकी भी अस्पताल में मौत हो गई.
अब्दुल का आरोप है के डॉक्टरों ने उनके बच्चे का खयाल नहीं रखा और इलाज अच्छे से न होने के कारण उनके बेटे की मृत्यु हुई. अब्दुल ने उनकी पड़ोसी शाहीन के 14 महीने के बेटे के बारे में भी बताते हुए कहा कि बच्चे के पूरे शरीर में दाने थे वहीं नन्हे बच्चे के मुंह से और आंखों से लगातार पानी आ रहा था, बच्चे की हालत बेहद खराब थी. अब्दुल और उनकी पत्नी के 10 बच्चे हैं. अब दो की मृत्यु के बाद 8 बचे हैं.
- मुंबई में अब तक खसरे से 109 बच्चे संक्रमित हो चुके हैं.
- सितम्बर और अक्टूबर महीने में 84 मामले इनमे से दर्ज हुए थे.
- मुंबई में संदिग्ध मामलों की संख्या है 617 है.
- मुंबई में मीजल्स और रुबेला के खिलाफ टीकाकरण - एमआर 1– 5648, एमएम आर– 4235.
- इसमें 33 बच्चे 2 से 5 उम्र के बीच के हैं.
- 0 से 1 उम्र के 27 बच्चे हुए संक्रमित.
- 1 से 2 साल के 22 बच्चे हुए संक्रमित
- 5 साल से अधिक उम्र के 27 बच्चे पीड़ित हैं.
मुंबई महानगर पालिका ने अब तक एम ईस्ट वॉर्ड यानी के गोवंदी इलाके के 80603 घरों का सर्वेक्षण कर चुकी हैं, वहीं पूरे मुंबई में 916119 घरों का सर्वेक्षण कर चुकी है.
कस्तूरबा अस्पताल की कितनी तैयारी?
मुंबई के कस्तूरबा अस्पताल में खसरे से निपटने के लिए खास तीन वॉर्ड बनाए गए हैं. एक में 48 बेड मौजूद हैं. मुंबई में खसरे से पीड़ित 109 बच्चों में से 50 बच्चे मुंबई के कस्तूरबा अस्पताल में भर्ती हैं. वहीं, कुछ बच्चे वेंटिलेटर पर हैं. एक वॉर्ड में ICU की सुविधा उपलब्ध है वहीं दूसरे में ऑब्जर्वेशन के लिए बेड उपलब्ध हैं. तीसरे वॉर्ड में उन बच्चों को रखा जा रहै है जो ठीक हो रहे हैं. बता दें कि मुंबई में अब तक 740 के करीब संदिग्ध खसरे के मामले दर्ज हो चुके हैं जिनका इलाज जारी है.