Tipu Sultan Controversary: टीपू सुल्तान के नाम को लेकर शुरू हुआ विवाद फिलहाल खत्म नहीं हुआ है. लेकिन इसे लेकर मुंबई की मेयर और शिव सेना नेता किशोरी पेडनेकर ने हाल ही में इस विवाद को लेकर बयान दिया है. उन्होंने कहा कि अभी तक ऐसा कोई नाम नहीं रखा गया है.
मुंबई मेयर ने कहा, ''बीएमसी ने मलाड में अभी तक आधिकारिक तौर पर किसी भी गार्डन का नाम टीपू सुल्तान के नाम पर नहीं रखा है. बीएमसी के तहत ऐसे किसी गार्डन का नाम रजिस्टर नहीं करवाया गया है. गार्डन के नाम पर साइनबोर्ड स्थानीय विधायक द्वारा लगाया गया है, जिनसे हम बात कर रहे हैं.''
यहां बता दें कि टीपू सुल्तान के मामले को लेकर बीजेपी ने बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद के साथ मिलकर ने जमकर प्रदर्शन किया था. इसी को लेकर संजय राउत ने कहा था 'बीजेपी को लगता है कि उन्हें ही इतिहास की जानकारी है. सब नया इतिहास लिखने बैठे हैं. ये इतिहासकार इतिहास बदलने आए हैं. टीपू सुल्तान के बारे में हम जानते हैं, बीजेपी से सीखने की जरूरत नहीं.'
क्या है पूरा विवाद?
शहर के मलाड इलाके से कांग्रेस पार्टी के एक नेता हैं. इनका नाम असलम शेख है. शेख महाराष्ट्र की महाविकास आघाडी सरकार में मंत्री हैं. मंत्री असलम शेख ने 26 जनवरी को एक स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स का उदघाटन किया. जिस कॉम्प्लेक्स का उद्घाटन किया गया, उसका नाम टीपू सुल्तान के नाम पर रखा गया है. इसी को लेकर बवाल शुरू हुआ. बीजेपी और विश्व हिंदू परिषद ने इस नामकरण पर ऐतराज जताया. उनके मुताबिक टीपू सुल्तान हिंदुओं का कातिल थे और उन्होंने कई मंदिर तुड़वाये थे.
मंत्री ने टीपू सुल्तान की 'तारीफ' करते हुए दावा किया था 'आजादी से पहले टीपू सुल्तान इकलौते ऐसे योद्धा थे जिन्होंने अंग्रेजों से लड़ते हुए अपनी जान गंवाई.' मंत्री ने कहा था- कार्यक्रम परियोजनाओं के उदघाटन के लिए था. लोगों के विकास की बात करने की जगह भाजपा नाम पर क्यों ध्यान दे रही है?'
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