Mumbai New: मुंबई क्राइम ब्रांच ने इंस्पेक्टर ओम वांगटे को रंगदारी के मामले को लेकर गिरफ्तार किया है. इंस्पेक्टर ओम वांगटे लोकमान्य तिलक मार्ग पुलिस स्टेशन में तैनात थे, जिन पर जबरन वसूली का आरोप लगा है. गिरफ्तारी के बाद क्राइम ब्रांच ने ओम वांगटे को अदालत के समक्ष पेश किया जिसके बाद उन्हें 15 मार्च तक के लिए रिमांड पर भेज दिया गया.
इससे पहले वांगटे ने बॉम्बे हाई कोर्ट में जमानत याचिका भी दायर की थी. लेकिन उसने अपनी याचिका वापस ले ली. वांगटे से पहले क्राइम इंटेलिजेंस यूनिट (सीआईयू) ने 19 फरवरी को पीआई नितिन कदम और पीएसआई समाधान जामदादे को गिरफ्तार किया था.
पुलिस ने किया सस्पेंड
मुंबई पुलिस ने तीनों पुलिस अधिकारियों ओम वांगटे, नितिन कदम और समाधान जामदादे को जबरन वसूली के एक मामले में उनकी कथित संलिप्तता के लिए निलंबित कर दिया है.
क्या है मामला
वांगटे पर आरोप है कि उन्होंने दो अन्य पुलिस अधिकारियों की मदद से मुंबादेवी इलाके के अंगडियों से रंगदारी वसूल की और इस मामले में प्राथमिकी दर्ज की गई है. एफआईआर दर्ज होने के बाद से वह फरार थे. सीआईयू अब तक करीब 10 अंगड़िया व्यापारियों के बयान दर्ज कर चुका है। वांगटे पर आरोप है कि उन्होंने 2, 3, 4 और 6 दिसंबर को अंगड़िया व्यापारियों से रंगदारी वसूली की. पुलिस को लिखित शिकायत में अंगदिया एसोसिएशन ने पुलिस अधिकारियों पर उनसे जबरन वसूली करने का आरोप लगाया. अंगदिया के मुताबिक, बैग में 5 लाख रुपये होने पर पुलिस अधिकारी 50,000 रुपये और बैग में 10 लाख रुपये होने पर 1-2 लाख रुपये की कटौती करते थे.
दक्षिण क्षेत्र के अतिरिक्त पुलिस आयुक्त दिलीप सावत मामले की जांच कर रहे हैं. प्रारंभिक जांच के दौरान तीन पुलिस अधिकारियों के खिलाफ सबूत मिले और मामला दर्ज किया गया. जांच के दौरान आरोपी के खिलाफ लगे सीसीटीवी फुटेज भी मिले. मुंबई क्राइम ब्रांच के एक अधिकारी के मुताबिक, वांगटे गुरुवार शाम (10 मार्च) को सीआईयू के दफ्तर आए थे, जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया.
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