Shiv Sena MLAs Disqualification Case: शिवसेना (UBT) नेता उद्धव ठाकरे ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर को यह निर्धारित करने के लिए सार्वजनिक बहस की चुनौती दी है कि कौन सा गुट असली शिवसेना है. ठाकरे का ये बयान 10 जनवरी को नार्वेकर के हालिया फैसले के बाद आया है, जहां उन्होंने घोषणा की थी कि शिंदे गुट वैध (असली) शिवसेना है. विधानसभा अध्यक्ष ने फैसले में जून 2022 में पार्टी विभाजन (शिवसेना में बंटवारा) के बाद एकनाथ शिंदे और ठाकरे दोनों द्वारा एक-दूसरे के विधायकों के खिलाफ दायर अयोग्यता याचिकाओं को भी खारिज कर दिया गया.
उद्धव ठाकरे ने राहुल नार्वेकर पर साधा निशाना
ठाकरे ने एक प्रेस कांफ्रेंस में इस मुद्दे को संबोधित करते हुए अपना रुख स्पष्ट किया और मामले को लोगों की अदालत में ले जाने का दृढ़ संकल्प व्यक्त किया. उन्होंने असली सेना के रूप में शिंदे के गुट की प्रामाणिकता पर भी सवाल उठाया. ठाकरे ने बताया कि बीजेपी ने लोकसभा चुनाव के बाद 2014 और 2019 में उनसे समर्थन मांगा, उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि अगर वह सच्चे शिवसेना प्रमुख नहीं होते, तो बीजेपी उनसे समर्थन क्यों मांगती.
क्या बोले उद्धव ठाकरे?
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री ठाकरे इस लड़ाई के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि यह तय करेगा कि देश में लोकतंत्र कायम रहेगा या नहीं. बता दें, महाराष्ट्र के पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाले शिवसेना गुट ने विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर के हालिया फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट का रुख किया है, जिसमें कहा गया था कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाला गुट ही "असली" शिव सेना है. शीर्ष अदालत के समक्ष दायर याचिका में सीएम शिंदे और उनके खेमे के अन्य विधायकों के खिलाफ दायर अयोग्यता याचिकाओं को खारिज करने पर भी सवाल उठाया गया है, जिन पर पार्टी विरोधी गतिविधियों का आरोप था.