Maharashtra News: महाराष्ट्र के पूर्व सीएम और शिवसेना-यूबीटी के चीफ उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) ने पार्टी के  'जनता की अदालत' कार्यक्रम को मंगलवार को संबोधित किया. इस कार्यक्रम में पार्टी के बड़े नेता और पदाधिकारी शामिल थे. उद्धव ठाकरे ने हाल में विधानसभा स्पीकर राहुल नार्वेकर (Rahul Narwekar) द्वारा शिंदे गुट की शिवसेना (Shivsena) के पक्ष में अयोग्यता याचिका पर फैसला सुनाने के मसले पर कहा कि हमने सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में इसके खिलाफ याचिका दायर की है. आज हम जनता की अदालत में आए हैं क्योंकि देश में मतदाता सरकार बनाती है.


उद्धव ठाकरे नार्वेकर पर हमला करते हुए कहा, ''मेरी चुनौती है नार्वेकर और मिन्दे को, आप मैदान में आएं और जनता के सामने पूछें कि असली शिवसेना किसकी है. फिर देखो जनता क्या करती है. सुप्रीम कोर्ट फांसी की सजा सुनाता है लेकिन देता कौन है जल्लाद. राहुल नार्वेकर ने उसी जल्लाद का काम किया.'' उन्होंने आगे  सीएम एकनाथ शिंदे को लेकर कहा, ''अब शिंदे गुट भी हाई कोर्ट गया है. ये देरी करने का एक और पैंतरा हैं. अध्यक्ष का फैसला तुम्हे भी मान्य नहीं और हमे भी मान्य नहीं तो राज्यपाल को लिखकर विशेष अधिवेशन बुलाकर अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाओ. मैं उसका समर्थन करूंगा.''


आगे चुनाव आयोग पर हमला करते हुए ठाकरे ने कहा, ''इतने सब सबूत दिए फिर भी चुनाव आयोग कहता है कि पत्र नहीं दिए तो क्या चुनाव आयोग उन पत्रों की गद्दी बनाकर सोया है ? हमे चुनाव आयोग पर केस दर्ज करना चाहिए. हमने लाखों एफिडेविट दिया नहीं तो ये एफिडेविट का पैसा हमको वापस दो. 2013 या 2018 में क्या हुआ. वो देखा आपने लेकिन आगे क्या होगा वह देखो. लोग कहते हैं कि मैं इस्तीफा नहीं देता तो मुख्यमंत्री रहता लेकिन उसको छोड़ो राज्यपाल को लेकर SC ने क्या बोला वो बताओ. ये उद्धव की लड़ाई नहीं है. लोकतंत्र की लड़ाई है.''


सीएम पद से इस्तीफे पर क्या बोले?
बीजेपी पर साजिश रचने का आरोप लगाते हुए उद्धव ठाकरे ने कहा, ''ये बहुत बड़ी साजिश है. 2022 में  जेपी नड्डा ने कहा था कि अब एक ही पक्ष रहेगा. अब वही हो रहा है. एनसीपी और शिवसेना को खत्म कर रहे हैं. ये साजिश तब से शुरू हुई है. जिस राज्य में राम शास्त्री और आंबेडकर का जन्म हुआ. वहीं लोकतंत्र के हत्यारे ने भी जन्म लिया. 2014 में मुझे मोदी का समर्थन देने के लिए क्यों बुलाया गया था अगर 1999 का ही कानून लागू होता है. उस वक्त मोदी जी ने कहा था अब बालासाहेब नहीं रहे तो उद्धव जी से सलाह लेना पड़ता है. उद्धव जी से बात करना पड़ता है. अमित शाह 2019 में आए थे जो बातें हमारे बीच हुई उसका पालन कभी नहीं किया गया. 2014 में हमसे समर्थन लिया मोदी जी पीएम बने और देवेंद्र सीएम कैसे बने ये हमारे समर्थन से बने तब मैं अध्यक्ष नही था क्या?'' इसके साथ ही सीएम पद से इस्तीफे पर उन्होंने कहा, "मैने स्वेच्छा से इस्तीफा दिया था. मुझे सत्ता का कोई मोह नहीं है."


इंडिया गठबंधन को लेकर ठाकरे ने कहा, '' इंडिया गठबंधन  में सभी देश भक्त हैं. सभी को परेशान करने का काम किया जा रहा है. सब इस बात को समझ रहे हैं. मैं अब लड़ने के लिए उतरा हूं मुझे किसी का डर नहीं है.''


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