Maharashtra News: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव का समय जैसे-जैसे नजदीक आ रहा है वैसे-वैसे सियासी दलों के बीच बयानबाजी और भी तल्ख होती जा रही है. इस बीच शुक्रवार (9 अगस्त) को भारतीय जनता पार्टी ने शिवसेना यूबीटी प्रमुख उद्धव ठाकरे के दिल्ली दौरे पर तंज कसा.


बीजेपी ने दावा किया कि उद्धव ठाकरे दिल्ली से खाली हाथ लौटे क्योंकि उन्हें आगामी महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों के लिए (महाविकास अघाडी) एमवीए के मुख्यमंत्री पद का चेहरा होने का आश्वासन नहीं मिला. 


बीजेपी के मुख्य प्रवक्ता केशव उपाध्याय ने यहां संवाददाताओं को बताया कि दिल्ली में तीन दिन रहने के बाद ठाकरे को खाली हाथ लौटना पड़ा, हालांकि वह मुख्यमंत्री पद फिर से हासिल करने की उम्मीद कर रहे थे. उपाध्याय ने दावा किया, "महाराष्ट्र के लिए कुछ भूल जाइए, शिवसेना प्रमुख अपने लिए भी कुछ हासिल नहीं कर सके. मुख्यमंत्री बनने की अपनी महत्वाकांक्षा को पूरा करने के लिए वह दिल्ली में अपना मामला आगे बढ़ाते रहे, लेकिन खाली हाथ लौट आए."


केशव उपाध्याय ने आगे दावा किया कि वरिष्ठ कांग्रेस नेता पृथ्वीराज चव्हाण द्वारा यह घोषणा किए जाने से ठाकरे निराश हो गए कि मुख्यमंत्री के बारे में फैसला विधानसभा चुनावों के बाद लिया जाएगा.


बता दें कि राष्ट्रीय राजधानी के अपने तीन दिवसीय दौरे के दौरान ठाकरे ने गुरुवार (8 अगस्त) को कांग्रेस नेता सोनिया गांधी से मुलाकात की. इसके एक दिन पहले उन्होंने राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खरगे से भी मुलाकात की थी. महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले उद्धव ठाकरे के इस दौरे को काफी अहम माना जा रहा था. इसमें सीट शेयरिंग से लेकर सीएम फेस तक की चर्चा होने के कयास लगाए जा रहे थे. वहीं उद्धव ठाकरे अपनी पत्नी रश्मि और बेटे आदित्य के साथ गुरुवार देर शाम मुंबई लौट आए.


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