Uddhav Thackeray Faction Heads To SC: शिवसेना (उद्धव समूह) ने शिवसेना के दोनों गुटों (उद्धव ठाकरे और एकनाथ शिंदे) को लेकर चुनाव आयोग में चल रही प्रकिया पर रोक लगाने के लिए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाने का फैसला किया है. उद्धव गुट की दलील है कि कि चूंकि महाराष्ट्र के बागी विधायकों की अयोग्यता का मुद्दा अभी तक सुप्रीम कोर्ट द्वारा तय नहीं किया गया है, इसलिए चुनाव आयोग को इस पहलू में अभी नहीं जाना चाहिए कि असली शिवसेना कौन है.


दरअसल सुप्रीम कोर्ट से पहले राज्य में असली शिवसेना को लेकर लड़ाई चुनाव आयोग के पास पहुंची थी. जिसके बाद चुनाव आयोग ने उद्धव ठाकरे और एकनाथ शिंदे दोनों गुट को शिवसेना में बहुमत साबित करने के लिए दस्तावेजी सबूत पेश करने के लिए कहा था. चुनाव आयोग ने एकनाथ शिंदे गुट और उद्धव ठाकरे गुट को 8 अगस्त को दोपहर 1 बजे तक जवाब देने का वक्त दिया है. इसके बाद आयोग शिवसेना पर अपना दावा जता रहे दोनों गुटों और विवादित मसलों को लेकर विचार करेगा.


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ऐसे खिसका उद्धव का कुनबा


शिवसेना पिछले महीने विभाजित हो गई जब पार्टी के दो-तिहाई से अधिक विधायकों ने उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र सरकार से अपना समर्थन वापस ले लिया. इसके बाद एकनाथ शिंदे ने 30 जून को भाजपा के समर्थन से महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी. बीते दिनों, लोकसभा में शिवसेना के 18 सदस्यों में से कम से कम 12 ने फ्लोर लीडर विनायक राउत पर 'अविश्वास' व्यक्त किया और राहुल शेवाले को अपना फ्लोर लीडर घोषित किया. इस तरह से उद्धव ठाकरे के हाथ से शिवसेना की कमान खिसकती चली गई.


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