Shiv Sena MLA Disqualification Case: शिवसेना विधायक अयोग्यता मामले पर सुनवाई चल रही है. आज दो सत्रों में सुनवाई होगी. पहले सत्र की सुनवाई में ठाकरे गुट के वकील देवदत्त कामत ने शिंदे गुट के विधायक दिलीप लांडे की गवाही ली. 21 जून 2022 को वर्षा आवास पर हुई बैठक में पार्टी आदेशानुसार कितने विधायक उपस्थित थे? जिरह के दौरान बार-बार पूछे गए सवाल पर ठाकरे गुट ने शिंदे गुट के गवाह को 21 जून 2022 की बैठक की उपस्थिति पत्रक दिखाया. ठाकरे समूह की ओर से हलफनामे में दायर इस अटेंडेंटशिप के मुताबिक, सुनील प्रभु को व्हिप जारी करने और 21 जून की बैठक में शामिल होने का निर्देश दिया गया था.
बैठक में ये सभी नेता थे उपस्थित
ABP माझा के मुताबिक, 21 जून, 2022 को हुई बैठक में कुल 23 विधायकों ने भाग लिया और उनकी उपस्थिति शीट पर हस्ताक्षर संबंधित शिवसेना शिंदे समूह के विधायकों द्वारा किए गए थे, जिन्हें शीट दिखाने के लिए ठाकरे समूह द्वारा पूछा जाएगा. इस बैठक में गुलाबराव पाटिल, संजय राठौड़, संतोष बांगर, दादा भुसे, दिलीप लांडे, मंगेश कुडालकर, सदा सरवणकर, योगेश कदम, उदय सामंत, दीपक केसरकर, जो वर्तमान में शिवसेना शिंदे समूह में हैं, सभी उपस्थित थे.
उद्धव ठाकरे गुट का बड़ा आरोप
इस बैठक में हम उद्धव ठाकरे के साथ हैं और एकनाथ शिंदे को ग्रुप लीडर पद से हटाने का प्रस्ताव रखा गया जिसे इन विधायकों ने मंजूरी दे दी. अब संभावना है कि इस मुद्दे पर शिवसेना ठाकरे गुट के वकील जिरह में उपप्रश्न पूछकर इसे मुश्किल बनाने की कोशिश करेंगे. दिलीप लांडे ने अपनी गवाही में स्वीकार किया है कि इस पर हस्ताक्षर उनका है, लेकिन उन्होंने कहा है कि ऊपर लिखा गया पार्टी आदेश क्रमांक हमारे हस्ताक्षर के बाद लिया गया है. बता दें, शिवसेना में विभाजन के बाद विधायकों की अयोग्यता को लेकर महाराष्ट्र विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर सुनवाई कर रहे हैं.