BMC Covid Scam: उद्धव गुट के नेता ने जांच एजेंसियों को बताया BJP का 'नौकर', बीएमसी कोविड घोटाले पर दिया बड़ा बयान
BMC: अंबादास दानवे ने बीएमसी कोविड घोटाला मामले में सुजीत पाटकर की गिरफ्तारी पर बीजेपी की आलोचना की है. उन्होंने जांच एजेंसियों को लेकर भी बड़ा बयान दिया है.
Ambadas Danve: महाराष्ट्र विधान परिषद के नेता विपक्ष और शिवसेना (यूबीटी) नेता अंबादास दानवे ने आरोप लगाया कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और अन्य एजेंसियां बीजेपी की नौकर हैं. बीएमसी (बृहन्मुंबई नगर निगम) कोविड घोटाला मामले में ईडी द्वारा व्यवसायी सुजीत पाटकर की गिरफ्तारी पर प्रतिक्रिया देते हुए, अंबादास दानवे ने कहा, "ईडी और अन्य एजेंसियां बीजेपी की नौकर हैं, उन्होंने संजय राउत को भी गिरफ्तार किया. वह 100 दिनों तक जेल में थे." सुजीत पाटकर शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत के करीबी सहयोगी हैं.
उद्धव ठाकरे गुट के नेता का निशाना
ANI के अनुसार, ईडी ने कहा कि सुजीत पाटकर ने पूछताछ में सहयोग नहीं किया और जब उनसे पैसे के लेनदेन के बारे में पूछा गया तो वह ठीक से जवाब नहीं दे रहे थे. ईडी सूत्रों के मुताबिक, इससे पहले जून में ईडी ने कथित बीएमसी कोविड सेंटर घोटाला मामले में मुंबई में 15 स्थानों पर छापेमारी की थी और करोड़ों रुपये की नकदी और संपत्तियों के दस्तावेज जब्त किए थे. ईडी सूत्र ने कहा कि सुजीत पाटकर लाइफलाइन हॉस्पिटल मैनेजमेंट सर्विसेज के चार साझेदारों में से एक हैं, जिन्हें वर्ली में एक कोविड-19 जंबो सेंटर चलाने का ठेका दिया गया था.
क्या है आरोप?
ईडी ने कहा कि फर्जी कंपनियों के जरिए कथित तौर पर 22 करोड़ रुपये की हेराफेरी की गई, जिसमें पाटकर ने अहम भूमिका निभाई. ईडी ने छापेमारी के दौरान 68.65 लाख रुपये नकद जब्त किये थे. महाराष्ट्र में विभिन्न स्थानों पर स्थित 50 अचल संपत्तियों के दस्तावेज, जिनकी बाजार कीमत 150 करोड़ रुपये से अधिक है, 15 करोड़ रुपये की सावधि जमा और निवेश और 2.46 करोड़ रुपये के आभूषण भी बरामद किए गए हैं. सूत्रों के मुताबिक, ईडी ने कई आपत्तिजनक दस्तावेजों के साथ कई मोबाइल फोन और लैपटॉप भी जब्त किए थे. खोज से पता चला कि एक कंपनी मृत COVID-19 रोगियों के लिए बॉडी बैग दूसरी कंपनी को 2,000 रुपये में दे रही थी.
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