Shivaji Statue Collapsed News: सिंधुदुर्ग के राजकोट किले में पिछले साल दिसंबर में छत्रपति शिवाजी महाराज की एक प्रतिमा लगाई गई थी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा अनावरण की गई प्रतिमा सोमवार 26 अगस्त को ढह गई. इस घटना से राज्य की जनता में असंतोष का माहौल है. इस मामले में विपक्षी दलों ने आक्रामक रुख अपना लिया था.
महाविकास अघाड़ी के नेता सतेज पाटिल, आदित्य ठाकरे, अंबादास दानवे, वैभव नाइक, एनसीपी के प्रदेश अध्यक्ष शरद चंद्र पवार पार्टी के जयंत पाटिल, कांग्रेस नेता विजय वडेट्टीवार, सांसद शाहू महाराज छत्रपति, संजय राउत ने राजकोट का दौरा कर निरीक्षण किया है.
इस मामले में उपमुख्यमंत्री अजित पवार और मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने माफी मांगी है. एकनाथ शिंदे ने इस मामले में एक समिति नियुक्त की है. एकनाथ शिंदे ने इस मुद्दे पर राज्य विधान परिषद में विपक्ष के नेता अंबादास दानवे से चार सवाल पूछे हैं.
उद्धव गुट ने पूछे ये सवाल
महाराष्ट्र विधान परिषद में विपक्ष के नेता अंबादास दानवे ने इस मामले में शिंदे सरकार से चार सवाल पूछे हैं. उन्होंने 'X' पर एक पोस्ट में कहा, यह विषय महाराष्ट्र की भावना से जुड़ा है. अगर सीएम एकनाथ शिंदे को शिवाजी महाराज से लगाव है तो वो इसका जवाब देंगे.
1. वास्तुकार और मूर्तिकार दो अलग चीजें हैं. क्या इस समिति में नामित लोगों ने कभी हाथ से साधारण मिट्टी के गणपति बनाए हैं? क्या वे गिरी हुई मूर्तिकला का अध्ययन करने के योग्य हैं?
2. क्या यहां लगने वाली मूर्ति की ऊंचाई का कोई वैज्ञानिक अध्ययन हुआ था? क्या इस गिरी हुई मूर्ति को नीचे के द्वीप की ताकत से उठाया गया था? या फिर कद का आंकड़ा किसी की राजनीतिक महत्वाकांक्षा के तौर पर दिमाग से तय किया गया था?
3. क्या राजकोट में किले के मूल खंडहरों को दरकिनार करते हुए, आज उपलब्ध निर्माण सामग्री का उपयोग करके लाल चमकदार प्राचीर का निर्माण किया गया था?
4. क्या कुछ विद्वान लोगों को जानबूझकर मौजूदा सदस्यों के प्रति प्रेम के कारण दरकिनार कर दिया गया है?
इस बीच छत्रपति शिवाजी महाराज की मूर्ति बनाने वाले जयदीप आप्टे अभी भी पुलिस के हाथ नहीं लगे हैं. हालांकि, राजकोट मूर्ति मामले में निर्माण सलाहकार चेतन पाटिल के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है और उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है. आज उसे कोर्ट में पेश किया जाएगा.