Chhatrapati Shivaji Maharaj Statue: महाराष्ट्र के सिंधुदुर्ग में छत्रपति शिवाजी महाराज की मूर्ति गिरने की घटना को लेकर महाविकास अघाड़ी ने आज एक प्रेस कांफ्रेंस में महायुति सरकार पर कड़ा हमला बोला. उद्धव ठाकरे ने घोषणा की है कि इस घटना के विरोध में एमवीए 1 सितंबर को मुंबई में एक मार्च आयोजित करेगी.


क्या बोले उद्धव ठाकरे?
प्रेस कांफ्रेंस के दौरान उद्धव ठाकरे ने महिला सुरक्षा और भ्रष्टाचार के मुद्दे को उठाया. उन्होंने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि महाराष्ट्र में एक भ्रष्ट सरकार चल रही है. उन्होंने कहा कि दो-तीन दिन पहले बंद का आह्वान किया गया था, लेकिन कोर्ट के आदेश के बाद इसे रद्द कर दिया गया. ठाकरे ने सवाल उठाते हुए कहा कि जब भगत सिंह कोश्यारी समुद्र किनारे राजभवन में रहते थे, तो उनकी टोपी कभी नहीं उड़ी, फिर मूर्ति हवा से कैसे गिर सकती है?


उन्होंने 1 सितंबर को शिवाजी महाराज की प्रतिमा के सामने विरोध-प्रदर्शन की योजना की घोषणा की. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि स्मारक के निर्माण में करोड़ों का भ्रष्टाचार हुआ है और इसे दोबारा बनाने के नाम पर भी भ्रष्टाचार होगा. ठाकरे ने कहा कि बीजेपी में कुछ लोग, जो शिवद्रोही हैं, इस घटना से खुश हो सकते हैं.


शरद पवार ने भी बोला हमला?
इस बीच, एनसीपी-एसपी अध्यक्ष शरद पवार ने भी शिंदे सरकार पर हमला बोला. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार अपनी जिम्मेदारी से भाग नहीं सकती, क्योंकि महाराष्ट्र में कहीं भी मूर्ति लगाने के लिए राज्य सरकार की अनुमति आवश्यक होती है.


कांग्रेस नेता नाना पटोले ने भी इस मुद्दे पर टिप्पणी की. उन्होंने कहा कि खुद प्रधानमंत्री मोदी, रक्षा मंत्री और मुख्यमंत्री वहां प्रतिमा का अनावरण करने गए थे. मूर्ति बनाने के लिए नियमों का पालन करना होता है और अनुमति लेनी होती है. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि ये लोग शिवद्रोही हैं और शिवाजी महाराज का अपमान कर रहे हैं. साथ ही उन्होंने डीजी रश्मि शुक्ला को पद पर बनाए रखने के फैसले पर भी सवाल उठाए.


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