Maharashtra: शरद पवार से मिले उद्धव ठाकरे और संजय राउत, डेढ़ घंटे चली मीटिंग, क्या हुई चर्चा?
Uddhav Thackeray Meets Sharad Pawar: इस मुलाकात के दौरान महाराष्ट्र एनसीपी के अध्यक्ष जयंत पाटिल और शिवसेना (यूबीटी) के सांसद संजय राउत भी मौजूद थे. एनसीपी ने इसकी जानकारी दी.
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के प्रमुख शरद पवार और शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने मंगलवार को मुंबई में एक बैठक की. यह बैठक पवार के ‘सिल्वर ओक’ आवास पर हुई. बैठक करीब 90 मिनट तक चली. हालांकि इस दौरान दोनों में क्या चर्चा हुई इसकी जानकारी अभी नहीं मिली है. एनसीपी के एक पदाधिकारी ने बताया कि महाराष्ट्र एनसीपी अध्यक्ष जयंत पाटिल और शिवसेना (यूबीटी) के राज्यसभा सदस्य संजय राउत भी बैठक में शामिल थे. पवार की पार्टी, शिवसेना (यूबीटी) और कांग्रेस के साथ विपक्षी महा विकास आघाडी (एमवीए) की घटक है.
अपने बयान को लेकर निशाने पर हैं उद्धव ठाकरे
शिवसेना (यूबीटी) के प्रमुख उद्धव ठाकरे ने रविवार को दावा किया कि उत्तर प्रदेश के अयोध्या में राम मंदिर के उद्घाटन के बाद ‘गोधरा जैसी’ घटना हो सकती है. इस बयान के बाद वो निशाने पर हैं. सोमवार को केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि कुछ लोग सत्ता के लालच में अपनी विचारधारा भूल गए हैं. उन्होंने कहा, ‘‘मुझे नहीं पता कि बालासाहेब (शिवसेना के दिवंगत संस्थापक और उद्धव ठाकरे के पिता) आज क्या सोचते और उद्धव जी सत्ता के लालच के लिए आज क्या कर रहे हैं.
बता दें कि गुजरात के गोधरा स्टेशन पर 27 फरवरी, 2002 को साबरमती एक्सप्रेस से अयोध्या से लौट रहे ‘कारसेवकों’ पर हमला किया गया था और उस डिब्बे में आग लगा दी गई थी, जिसमें कारसेवक सवार थे. इस घटना में कई लोगों की मौत हो गई और इसके बाद पूरे राज्य में बड़े पैमाने पर दंगे भड़क उठे. उद्धव ठाकरे ने भारतीय जनता पार्टी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की आलोचना करते हुए कहा था कि उनके पास ऐसी हस्तियां नहीं हैं, जिन्हें लोग अपना आदर्श मान सकें, जिसके चलते वे सरदार पटेल और नेताजी सुभाष चंद्र बोस जैसे दिग्गजों को अपना रहे हैं.
मेरे पिता की विरासत पर दावा करने की कोशिश कर रहे हैं- उद्धव
उद्धव ठाकरे ने कहा था, ‘‘अब वे (बीजेपी-आरएसएस) मेरे पिता बाल ठाकरे की विरासत पर दावा करने की कोशिश कर रहे हैं.’’ शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख ने दावा किया कि बीजेपी और आरएसएस की अपनी कोई उपलब्धियां नहीं हैं और सरदार पटेल की प्रतिमा (गुजरात के केवडिया में 182 मीटर ऊंची स्टैच्यू ऑफ यूनिटी) का आकार मायने नहीं रखता, बल्कि उनकी उपलब्धियां मायने रखती हैं. उन्होंने कहा कि ये लोग (बीजेपी और आरएसएस) सरदार पटेल की महानता हासिल करने के करीब भी नहीं हैं.