Uddhav Thackeray on Mahayuti: महाराष्ट्र सरकार की ओर से घोषित 'मुख्यमंत्री माझी लाडली बहना योजना' राज्य में चर्चा का विषय बन गई है. इस योजना के कारण राजनीति भी गरमा गई है, और सत्ता पक्ष और विपक्ष आमने-सामने आ गए हैं. महायुति की बैठक को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री और डिप्टी सीएम सहित तीनों पार्टी नेताओं ने 'माझी लड़की बहिन योजना' पर विचार-विमर्श किया.
अधिकारियों और कार्यकर्ताओं से इस योजना को जनता तक पहुंचाने की अपील की गई. दिलचस्प बात यह है कि उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इस योजना पर विपक्ष को चुनौती दी. अब शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने एक बार फिर राज्य सरकार पर निशाना साधा है.
क्या बोले उद्धव ठाकरे?
ABP माझा के मुताबिक, उद्धव ठाकरे ने सदन में विरोधियों पर आरोप लगाया कि वे गांव-गांव जाकर बहनों के पूर्ण भाई होने का दिखावा कर रहे हैं जबकि वे वास्तव में इस योजना का विरोध करते हैं. देवेंद्र फडणवीस ने विपक्ष की चालाकी पर कटाक्ष करते हुए कहा था कि उनके लोग गांव-गांव फॉर्म लेकर खड़े हैं. अब उद्धव ठाकरे ने इस योजना पर फिर से सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि यह योजना भाई-बहन के बीच विवाद पैदा कर रही है.
उद्धव ठाकरे ने राज्य सरकार की योजनाओं की आलोचना करते हुए कहा कि वे महिलाओं के लिए इस योजना का स्वागत करते हैं, लेकिन युवाओं के लिए क्या योजना है? उन्होंने किसानों की आत्महत्या की ओर ध्यान आकर्षित करते हुए सवाल उठाया कि क्या इस योजना से उन परिवारों को राहत मिलेगी? बेरोजगारी की समस्या को उजागर करते हुए ठाकरे ने आरोप लगाया कि सरकार महाराष्ट्र के उद्योगों को गुजरात ले जा रही है.
ठाकरे ने आगे कहा कि इस योजना के कारण हर जगह महिलाओं की भीड़ उमड़ रही है, जो अच्छी बात है, लेकिन यह योजना घर में भाई-बहनों के बीच कलह पैदा कर रही है. उन्होंने कहा कि अगर लड़की को मुफ्त शिक्षा दी जा रही है तो बच्चों को भी ऐसा ही अवसर मिलना चाहिए. उद्धव ठाकरे ने दोनों के बीच भेदभाव न करने की बात कही. उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार परिवारों को तोड़ने का काम कर रही है.
उद्धव ठाकरे ने इस योजना पर सरकार पर हमला करते हुए कहा कि जैसे पवार का परिवार टूटा और पार्टी टूटी, अब आप जनता के परिवार को तोड़ रहे हैं. ठाकरे ने मांग की कि अगर सरकार को इस योजना को लागू करना है तो इसे सबके लिए समान रूप से लागू करे.
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