Uddhav Thackeray News: आगामी बीएमसी चुनाव के लिए शिवसेना (यूबीटी) के प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कमर कस ली है. इस बीच उन्होंने पार्टी नेताओं को सख्त चेतावनी दी. उन्होंने कहा कि पार्टी पर संकट के समय पार्टी को ब्लैकमेल करना ठीक नहीं है.


पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा, ''जो भी जाना चाहता है, जाएं. मैं किसी को नहीं रोकूंगा, पार्टी का शिवसैनिक एक योद्धा और विजेता है.''


पार्षदों की क्या है नाराजगी?


दरअसल, मातोश्री में ठाकरे गुट के विधायकों और पदाधिकारियों की बैठक में कई लोगों ने नाराजगी जाहिर की थी. कई नेताओं ने कहा कि उन्हें निर्णय लेने की प्रक्रिया में शामिल नहीं किया गया. एक पार्षद ने कहा, ''विधानसभा चुनाव में प्रत्याशी देते समय पूर्व पार्षदों को विश्वास में नहीं लिया गया.''


एबीपी माझा की रिपोर्ट के मुताबिक, विधानसभा चुनाव में बीजेपी को मिली बड़ी जीत के बाद ठाकरे गुट के कई नगरसेवक पार्टी बदलने पर विचार कर रहे हैं. इस बीच पार्टी में नाराजगी के सुर बढ़ा रहे पूर्व नगरसेवकों और पदाधिकारियों के सामने उद्धव ठाकरे ने अपनी स्थिति साफ कर दी.


2017 के बीएमसी चुनाव में उद्धव ठाकरे ग्रुप के कुल 84 नगरसेवक चुने गए. बाद में एमएनएस के 6 नगरसेवक ठाकरे समूह में शामिल हो गए थे.


अकेले चुनाव लड़ेगी शिवसेना (यूबीटी)


शिवसेना (यूबीटी) बृहन्मुंबई म्युनिसिपल कॉरपोरेशन (बीएमसी) का चुनाव अकेले लड़ने का फैसला लिया है. शिवसेना (यूबीटी) के वरिष्ठ नेता संजय राउत ने शनिवार (11 जनवरी) को कहा कि उनकी पार्टी आगामी स्थानीय निकाय चुनाव अकेले लड़ेगी. 


राज्यसभा सांसद राउत ने कहा कि विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ (इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंक्लूसिव अलायंस) और एमवीए लोकसभा और विधानसभा चुनावों के लिए हैं. उन्होंने कहा, ‘‘गठबंधन में अलग-अलग दलों के कार्यकर्ताओं को अवसर नहीं मिलते और इससे संगठनात्मक विकास में बाधा आती है. हम मुंबई, ठाणे, नागपुर और अन्य नगर निगमों, जिला परिषदों व पंचायतों के चुनाव अपने दम पर लड़ेंगे.’’


संजय राउत का कांग्रेस पर निशाना, 'अगर बातचीत बंद हो जाती है तो कोई भी गठबंधन...'