Uddhav Thackeray on Ajit Pawar: एनसीपी में बगावत के बाद अजित पवार ने शरद पवार पर निशाना साधते हुए कहा था, एनसीपी प्रमुख शरद पवार की उम्र हो गई है. सलाह दी गई कि अब रिटायर हो जाएं. पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने अजित पवार की सलाह पर अपनी प्रतिक्रिया दी है. उद्धव ठाकरे ने सवाल पूछते हुए कहा कि शरद पवार जब बूढ़े हो गए तो उनका क्या हुआ? बूढ़े हो गए तो आशीर्वाद क्यों लेना? ज्ञात हो कि एनसीपी में बगावत के बाद अजित गुट ने शरद पवार से मुलाकात की थी और उनका आशीर्वाद लिया था.
उम्र का मतलब क्या है?
उद्धव ठाकरे ने कहा, अजित पवार की राय बेहद खराब थी. जिनसे सब कुछ छीन लिया गया, उनके बारे में ऐसे बोलना हमारी संस्कृति के अनुरूप नहीं है. हमें अपने बड़ों का सम्मान करना चाहिए. उम्र का मतलब क्या है? फिर आशीर्वाद किससे लें? मुझे अजित पवार का वह बयान बिल्कुल पसंद नहीं आया. यदि आप सहमत नहीं हैं तो सार्वजनिक रूप से कहें. इस उम्र में भी उन्होंने तुम्हें सबकुछ दिया. उद्धव ठाकरे ने अजित पवार को फटकार लगाते हुए कहा कि जिस तरह से आप अभी बात कर रहे हैं वह स्वीकार्य नहीं है. सांसद संजय राऊत ने दैनिक 'सामना' के लिए उद्धव ठाकरे का इंटरव्यू लिया. इस बार उन्होंने ये बयान दिया है.
'सब कुछ देने के बाद भी अन्याय हुआ'
उद्धव ठाकरे ने आगे कहा, सिर्फ अजित पवार ही नहीं, बल्कि जो लोग स्वार्थ के लिए बाहर जाना चाहते हैं उन्हें ये कहकर खुश होना चाहिए कि मैं स्वार्थ के लिए जा रहा हूं. अगर आप ऐसा कहेंगे तो लोग आपकी बात मान लेंगे. लेकिन चार, चार, पांच, पांच बार सब कुछ देने के बाद भी अन्याय हुआ है. उन्होंने यह भी कहा कि गद्दार हमारी पार्टी से होंगे या बाकी सभी पार्टियों से.
भतीजे अब कहां गए?
ठाकरे ने कहा, क्या आपको नहीं लगता कि भतीजों की वजह से कई पार्टियां संकट में हैं? ये सवाल उद्धव ठाकरे से पूछा गया था. उस पर उन्होंने जवाब देते हुए कहा, हां, लेकिन भतीजे अब कहां गए? अब सभी भतीजों को कौन इकट्ठा कर रहा है? उन्होंने बीजेपी का नाम लिए बिना कहा कि जो लोग परिवारवाद का विरोध कर रहे हैं, वे परिवार तोड़ने वाले लोग हैं.
'उनमें कोई साहस नहीं'
उद्धव ठाकरे से पूछा गया कि क्या मंत्री पद की शपथ लेने के बाद एनसीपी में फूट पड़ने के बाद शरद पवार का आशीर्वाद लेने गए थे. ठाकरे ने जवाब देते हुए कहा, शिवसेना छोड़ने वाले गद्दारों की मेरे पास आने की हिम्मत नहीं हुई. यह मेरे पास नहीं आ सकते. उनमें कोई साहस नहीं है. वे मेरे स्वभाव को जानते हैं. उन्होंने यह भी कहा कि वह अच्छी तरह से जानते हैं कि शिवसेना की विचारधारा बालासाहेब की विचारधारा है.
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