Saamna Editorial: शिवसेना (यूबीटी) के मुखपत्र 'सामना' ने एनसीपी के नेता अजीत पवार पर निशाना साधते हुए दावा किया है कि एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार के भतीजे की दिलचस्पी केवल महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री बनने में है. सामना के संपादकीय के अनुसार, शरद पवार ने एनसीपी से इस्तीफा देने की पेशकश की क्योंकि उनकी पार्टी के कुछ नेता बीजेपी में शामिल होने के कगार पर हैं.
'सामना' के संपादकीय में क्या कहा गया?
सामना में छपे संपादकीय के अनुसार, अजित पवार की एकमात्र महत्वाकांक्षा मुख्यमंत्री बनना है. संपादकीय में कहा गया है कि सुप्रिया सुले ने लोकसभा सांसद के रूप में दिल्ली में अच्छा प्रदर्शन किया है, लेकिन उन्हें अपने पिता के स्तर तक पहुंचने के लिए कड़ी मेहनत करनी होगी. संपादकीय में आगे सवाल किया गया कि क्या वरिष्ठ राजनेता ने अपने भतीजे और उनके समर्थकों को भगवा पार्टी में शामिल होने से रोकने की घोषणा की थी.
पवार ने एनसीपी प्रमुख का पद छोड़ा
पवार ने मंगलवार को कहा कि वह एनसीपी के प्रमुख के रूप में पद छोड़ रहे हैं, जिसे उन्होंने 1999 से स्थापित और संचालित किया था, लेकिन सार्वजनिक जीवन से रिटायर नहीं हो रहे हैं. एक कार्यक्रम में की गई इस घोषणा ने 24 साल पुरानी पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं को झकझोर कर रख दिया था और कई लोगों को रोते हुए और शरद पवार से अपने फैसले पर पुनर्विचार करने की गुहार लगाते देखा गया था.
एनसीपी के वरिष्ठ नेता अजित पवार ने बाद में मंगलवार को घोषणा की कि उनके चाचा को अपने फैसले पर "सोचने" के लिए दो से तीन दिन चाहिए. एनसीपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रफुल्ल पटेल ने बुधवार को कहा कि जब तक उनके पद छोड़ने की घोषणा पर अंतिम फैसला नहीं हो जाता, तब तक पार्टी प्रमुख के रूप में शरद पवार के उत्तराधिकारी को चुनने का कोई सवाल ही नहीं है.
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