Uddhav Thackeray on ECI: शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के नेता उद्धव ठाकरे ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाले गुट को असली शिवसेना घोषित करने और उसे ‘तीर कमान’ चुनाव चिह्न आवंटित करने को लेकर निर्वाचन आयोग पर सोमवार को निशाना साधा. ठाकरे ने कहा कि उन्हें अब शीर्ष चुनाव निकाय पर भरोसा नहीं है, और इसे ‘‘चुनाव चूना लगाओ आयोग’’ कहा जाना चाहिए.
उद्धव ठाकरे ने ECI पर जमकर साधा निशाना
उन्होंने मराठी भाषा दिवस के अवसर पर पार्टी के एक कार्यक्रम में कहा, ‘‘निर्वाचन आयोग फर्जी है. इसे ‘चुनाव चूना लगाओ आयोग’ कहा जाना चाहिए. हमें इस पर विश्वास नहीं रहा.’’ ठाकरे ने शिंदे और उनके समर्थकों पर हमला बोलते हुए कहा कि वे ‘‘रेंगने वाली लताएं’’ हैं और खुद को मुख्य पेड़ समझने लगे हैं. ठाकरे ने किसी का नाम लिए बगैर शिंदे गुट पर कटाक्ष किया कि जिनके कोई मूल्य नहीं होते, वे चोरी करते हैं.
उद्धव के सहयोगी ‘गलती से’ विधानभवन के ‘केंद्रीय कक्ष’ में हुए प्रवेश
शिवसेना(यूबीटी) नेता उद्धव ठाकरे के एक करीबी सहयोगी मिलिंद नार्वेकर सोमवार को यहां ‘गलती से’ विधानभवन के केंद्रीय कक्ष में प्रवेश कर गये, जो सिर्फ महाराष्ट्र के विधायकों और विधान परिषद सदस्यों के लिए है. नार्वेकर को बजट सत्र के पहले दिन राज्य विधानमंडल के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक में राज्यपाल के अभिभाषण को देखने के लिए दर्शक दीर्घा में जाना था. लेकिन वह अन्य विधायकों के साथ केंद्रीय कक्ष में प्रवेश कर गये, तभी शिवसेना(यूबीटी) के नेता आदित्य ठाकरे ने उनसे कहा कि सिर्फ विधायक और विधान परिषद सदस्य ही उस कक्ष में प्रवेश कर सकते हैं.
नार्वेकर ने बाद में संवाददाताओं से कहा कि दर्शक दीर्घा ढूंढते समय वह गलती से केंद्रीय कक्ष में प्रवेश कर गये. हालांकि, यह आश्चर्य की बात है कि एक भी सुरक्षा गार्ड ने सेंट्रल हॉल में नार्वेकर के प्रवेश करने के दौरान उन्हें रोकने की कोशिश नहीं की. मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे खेमे के विधायक संजय शिरसाट ने इस घटनाक्रम पर तंज कसते हुए कहा, ‘‘नार्वेकर जानते हैं कि वह अब (पूर्व मुख्यमंत्री) उद्धव ठाकरे के करीबी सहयोगी नहीं हैं. वह विधायक बनने के लिए अधीर हैं. लेकिन विधानसभा या विधानपरिषद के लिए रास्ता मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के मार्फत जाता है.’’
वहीं, आदित्य ठाकरे ने इसके जवाब में कहा, ‘‘यदि वह (नार्वेकर) विधानसभा का सदस्य बनना चाहते हैं तो मुझे इस बारे में उनके साथ विचार-विमर्श करना होगा. हालांकि, आज जो कुछ भी हुआ, वह गैर इरादतन था.’’