(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Maharashtra: उद्धव ठाकरे बोले- कट्टर शिवसैनिक मौजूदा स्थिति का करेंगे कड़ा मुकाबला, वाहतूक सेना के लिए कही ये बात
Maharashtra News: शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने रविवार को अपने निवाल पर कहा कि कि शिवसैनिक जिन हालात का सामना कर रहे हैं, उनका पलट कर मुकाबला करने की जरूरत है.
Uddhav Thackeray on Shiv Sainiks: शिवसेना (Shiv Sena) प्रमुख उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) के नेतृत्व में पार्टी में हुई बगावत का जिक्र करते हुए रविवार को कहा कि शिवसैनिक (Shiv Sainik) जिन हालात का सामना कर रहे हैं, उनका पलट कर मुकाबला करने की जरूरत है, जो केवल कट्टर और वफादार शिवसैनिक कर सकते हैं. ठाकरे ने अपने आवास पर पार्टी की परिवहन शाखा वाहतूक सेना के सदस्यों को संबोधित करते हुए कहा कि उन्हें वाहतूक सेना से 11,000 नये सदस्यता फॉर्म और हलफनामे मिले हैं.
पूर्व सीएम ने कहा, ‘‘हमारी संख्या बढ़ रही है और वाहतूक सेना के वाहन इन सभी हलफनामों को ढोने में कम पड़ जाएंगे.’’ उन्होंने पार्टी के चिह्न के सिलसिले में चुनाव आयोग के पास शिंदे गुट के खिलाफ चल रहे मामले का संभवत: संदर्भ देते हुए यह कहा. उन्होंने कहा कि शिवसेना के कार्यकर्ता प्रतिबद्ध हैं और ट्रांसपोर्टर जानते हैं कि सड़क पर मौजूद गड्ढों से कैसे बचना है.
दशहरा रैली को लेकर मचा हुआ है घमासान
बता दें कि इस समय मुंबई के शिवाजी पार्क में होने वाली शिवसेना की दशहरा रैली को लेकर शिंदे और ठाकरे गुट में तनातनी हो रही है. दोनों गुट दशहरा रैली आयोजित करने के लिए संघर्ष कर रहे हैं. हर साल दशहरा पर आयोजित होने वाली रैली शिवसेना और शिंदे गुट के दावों पर एक अग्निपरीक्षा के रूप में होने की उम्मीद है कि यह 'असली शिवसेना' है. इसके साथ ही इस रैली के अनुमति के लिए दोनों गुटों ने बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) में पांच अक्टूबर को वहां जनसभा करने की अनुमति के लिए आवेदन किया है. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार ने कहा कि किसी को भी शिवाजी पार्क में अपनी रैली करने का अधिकार है.
वहीं दशहरा रैली के आवेदनों को लेकर बृहन्मुंबई महानगर पालिका (BMC) के एक अधिकारी ने कहा दशहरा रैली के लिए शिवाजी पार्क की बुकिंग के वास्ते हमें पिछले महीने दो आवेदन प्राप्त हुए. पहला आवेदन 22 अगस्त को मिला जो शिवसेना के ठाकरे गुट ने भेजा था और दूसरा आवेदन गणेशोत्सव से ठीक पहले शिंदे गुट ने भेजा था.”