राम मंदिर की छत टपकने और NEET मामले पर उद्धव ठाकरे बोले, 'केंद्र और राज्य में...'
Uddhav Thackeray News: शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने गुरुवार को शुरू हुए राज्य विधानमंडल के मानसून सत्र को मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली सरकार का 'विदाई' सत्र करार दिया.
Maharashtra Politics: महाराष्ट्र में शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने गुरुवार (27 जून) को बीजेपी के नेतृत्व वाले केंद्र और महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ महायुति पर जमकर हमला बोला. इसके साथ ही उन्होंने NEET में कथित अनियमितताओं और अयोध्या श्रीराम मंदिर में पानी लीक करने समेत कई मसलों को उठाया. उन्होंने 'लीकेज सरकार' करार दिया. एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए, उन्होंने गुरुवार को शुरू हुए राज्य विधानमंडल के मानसून सत्र को मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली सरकार का 'विदाई' सत्र करार दिया.
उद्धव ठाकरे ने मांग की कि इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले कृषि ऋण माफ कर दिया जाए. इससे पहले दिन में, विधानमंडल परिसर में एनईईटी परीक्षा को लेकर महा विकास अघाड़ी (एमवीए) से जुड़े विधायकों, जिनमें सेना (यूबीटी), कांग्रेस और एनसीपी (एसपी) शामिल थे, ने सरकार के खिलाफ नारे लगाए.
NEET और राम मंदिर पर क्या बोले उद्धव ठाकरे?
पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक उद्धव ठाकरे ने केंद्र और राज्य सरकारों पर निशाना साधते हुए NEET परीक्षा और अयोध्या मंदिर में पानी के रिसाव के बारे में राम जन्मभूमि मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येन्द्र दास के हालिया बयान का जिक्र किया. उन्होंने कहा, ''केंद्र और राज्य में 'लीकेज सरकारें' हैं क्योंकि परीक्षा के पेपर (एनईईटी) लीक हो गए थे और राम मंदिर के गर्भगृह में पानी रिसाव हुआ है. उन्हें कोई शर्म नहीं है.''
विधानसभा चुनाव से पहले कृषि कर्ज माफ हो- उद्धव ठाकरे
पूर्व मुख्यमंत्री ने ये भी कहा, "कृषि कर्ज की पूरी तरह से माफी तुरंत होनी चाहिए और इसे राज्य चुनाव से पहले लागू किया जाना चाहिए. पिछले दो सालों में राज्य में 6,250 किसानों की मौत हो चुकी है. अकेले 1 जनवरी से 1,046 किसानों ने आत्महत्या की है. किसानों के लिए घोषित 10,020 करोड़ रुपये की सहायता अभी तक जारी नहीं की गई है.
जल संकट को लेकर केंद्र को घेरा
शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख ने बीजेपी नीत केंद्र सरकार पर देश में जल संकट को लेकर असंवेदनशील होने का आरोप लगाया. शुक्रवार को पेश होने वाले राज्य के बजट से पहले, ठाकरे ने कहा कि बजट में 'आश्वासनों की बारिश' होगी, लेकिन सरकार को पिछले दो वर्षों में पूरे किए गए वादों पर एक श्वेत पत्र भी पेश करना चाहिए. इन खबरों पर कि राज्य एमपी के 'लाडली बहना' कार्यक्रम की तर्ज पर महिलाओं के लिए एक योजना शुरू करेगा, ठाकरे ने कहा कि राज्य में बढ़ती बेरोजगारी को देखते हुए पुरुषों के लिए भी इसी तरह की पहल शुरू की जानी चाहिए.
ये भी पढ़ें: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव को लेकर बीजेपी की तैयारी तेज, कल ये दो बड़े नेता करेंगे अहम बैठक