उद्धव ठाकरे और MVA के बीच आई दूरी कंफर्म! BMC चुनाव के लिए बना रहे ऐसा प्लान
Uddhav Thackeray News: उद्धव ठाकरे BMC चुनाव की तैयारी में जुटे हैं. शिवसेना यूबीटी इस बार बीजेपी को जीतने नहीं देना चाहती. ऐसे में ठाकरे पदाधिकारियों के साथ बैठक कर समीक्षा कर रहे हैं.
Uddhav Thackeray Shiv Sena UBT: इंडिया अलायंस और महाविकास अघाड़ी (MVA) का नाम न लेते हुए अब शिवसेना यूबीटी के प्रमुख उद्धव ठाकरे आगामी BMC चुनाव की तैयारी में दमखम के साथ जुट गए हैं. उद्धव ठाकरे को इस बात का अंदाजा है कि 2017 में बीएमसी की सत्ता कब्जाने से बाल-बाल चूक गई बीजेपी बीएमसी की सत्ता हथियाने के लिए हर तरीका अपना सकती है. अक्सर विधानसभा चुनाव को निकाय चुनाव का ट्रेलर ही माना जाता है. ऐसे में उद्धव ठाकरे की क्या तैयारी है, इस रिपोर्ट से समझिए.
शिवसेना यूबीटी के प्रमुख उद्धव ठाकरे ने मातोश्री पर मैराथन बैठक की शुरुआत कर दी है. बाकायदा प्लानिंग की गई है कि किस क्षेत्र के नेताओं की कब बैठक होगी. उन्हें रिपोर्ट कार्ड भी सौंपने कहा गया है. एक्सपर्ट्स को लग रहा है कि बीजेपी हैदराबाद नगर निगम चुनाव 2020 की स्ट्रैटजी को मुंबई में भी अपना सकती है.
बीजेपी की हैदराबाद स्ट्रैटजी ने बीजेपी को 4 सीट से सीधे 48 सीट पर पहुंचा दिया था. बीजेपी हैदराबाद नगर निगम चुनाव की सत्ता तो नहीं हथिया पाई थी, लेकिन उसने हैदराबाद में असदुद्दीन ओवैसी की होम पिच पर उन्हें दूसरे नंबर से तीसरे नंबर पर धकेल दिया था.
खुद ही सारी समीक्षाएं कर रहे उद्धव ठाकरे
उद्धव ठाकरे 26 दिसंबर से लेकर 29 दिसंबर तक मुंबई में पदाधिकारियों के साथ बैठक करने वाले हैं. 21 दिसंबर को एक बैठक हुई, जिसके बाद ये बैठकें प्रेरक विधानसभा के हिसाब से हो रही हैं. खुद उद्धव ठाकरे बैठक के जरिए समीक्षा करने वाले हैं. विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद मुंबई में विधानसभा निरीक्षकों की नियुक्ति की गई और उन्होंने वॉर्डवार शाखा प्रमुखों से लेकर विभाग प्रमुखों तक से बातचीत की. इसके बाद निरीक्षकों ने 21 दिसंबर को एक बैठक में उद्धव ठाकरे को रिपोर्ट सौंपी.
मातोश्री में मंथन का दौर जारी है. उद्धव ठाकरे और नेताओं के बीच इन दिनों मातोश्री मंथन का दौर चल रहा है. शिवसैनिकों को जागृत करने के लिए महिला अघाड़ी और लोकाधिकार समिति, भारतीय कामगार सेना, युवा सेना, विद्यार्थी सेना जैसे संलग्न संगठनों को भी एक्टिव करने की है. जल्दी ही कुछ नए लोगों को इन संलग्न संगठनों में नई और बड़ी जिम्मेदारी सौंपी जाए. इस बैठक में निकाय चुनाव की तैयारियों की समीक्षा और जनवरी में उद्धव ठाकरे की शाखा यात्रा के आयोजन पर भी चर्चा हो रही है.
उद्धव ठाकरे की समीक्षा बैठक
26 दिसंबर - बोरीवली विधानसभा, दहिसर विधानसभा, मागाठाणे विधानसभा, डिंडोशी, चारकोप, कांदिवली और मलाड विधानसभा
27 दिसंबर - अंधेरी पश्चिम, अंधेरी पूर्व, विलेपार्ले, बांद्रा पूर्व, बांद्रा पश्चिम, चांदीवली, कुर्ला, कलिना विधानसभा
28 दिसंबर - मुलुंड, विक्रोली, भांडुप, मानखुर्द - शिवाजीनगर, घाटकोपर पूर्व, घाटकोपर पश्चिम, अणुशक्तिनगर, चेंबूर, सायन कोलीवाड़ा
29 दिसंबर - धारावी, वडाला, माहिम, वर्ली, शिवडी, बायकुला, मालाबार हिल, मुबादेवी, कोलाबा
शिवसेना यूबीटी के लिए BMC चुनाव जीतना जरूरी
ऐसे में एक्सपर्ट्स का कहना है कि उद्धव ठाकरे के लिए बीएमसी चुनाव जीतना जरूरी है, क्योंकि मुंबई की जीत ही उनको बचा पाएगी. ऐसे में राज्यभर में 20 सीट में से अकेले 10 सीट सिर्फ मुंबई से जीती हैं. इसलिए वो इसकी जाती हुई सीटों को बीएमसी की जीत में बदलना चाहते हैं.
शिवसेना यूबीटी ताकत हैं शाखाएं
मुंबई में शिवसेना यूबीटी की असली ताकत शिवसेना की शाखा है. शाखा यानी पार्टी के छोटे-छोटे कार्यालय. मुंबई में शिवसेना के जितने बीएमसी वार्ड हैं, कुल उतनी ही शाखाएं हैं- यानी 227. वहीं, पूरे उपनगर और ठाणे समेत लगभग 500 से ज्यादा शाखाएं हैं. शिवसेना में टूट और बीजेपी के कारण कुछ हद तक शाखाओं का ढांचा पिछले कुछ वर्षों में कमजोर हुआ है. उद्धव ठाकरे चुनाव से पहले इसी शाखा स्ट्रक्चर को मजबूत करने में लगे हैं. इस नए साल में कोई पार्टी एजेंडा भूल न जाए इसलिए साल के अंत तक खुद उद्धव ठाकरे शिवसैनिकों को रिचार्ज करने में लगे हैं.
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