Maharashtra News: सैम पित्रोदा (Sam Pitroda) के बयान को लेकर एकबार फिर विवाद शुरू हो गया है. पित्रोदा के बयान पर बीजेपी, कांग्रेस पर हमलावर है तो इंडिया गठबंधन की सहयोगी दल शिवसेना-यूबीटी ने भी इस पर अपनी प्रतिक्रिया दी है. शिवसेना-यूबीटी नेता प्रियंका चुतर्वेदी (Priyanka Chaturvedi) ने कहा कि "सैम पित्रोदा के बयान से देश को कोई लेना देना नहीं है. और न ही वह देश का मुद्दा है. उनके बयान को देश का मुद्दा नहीं बनाना चाहिए."
प्रियंका चतुर्वेदी ने समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में कहा, ''मैं उनकी बातों से सहमत नहीं हूं लेकिन मैं यह सवाल पूछना चाहती हूं कि क्या सैम पित्रोदा मेनिफेस्टो कमिटी के सदस्य हैं, क्या वह कांग्रेस के प्रचारक हैं, क्या वह देश में रहते है. वह विदेश में 1969 से रह रहे हैं. ठीक है वह देश में टेलीकॉम रेवोल्यूशन लाए जब राजीव गांधी जी थे. लेकिन यह 50 साल पुरानी बात है. उनके मुद्दे को देश का मुद्दा बनाना दुर्भाग्यपूर्ण बात है.''
देश के मुद्दे पर बात होनी चाहिए- प्रियंका
प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि "उत्तर, दक्षिण, पूरब और पश्चिम में देश के क्या मुद्दे हैं. देश में हर तरफ युवा बेरोजगार है, महिला प्रताड़ित है, पिछड़ा वर्ग उम्मीद में बैठा था कि उनके अच्छे दिन आएंगे. उनके अच्छे दिन नहीं आए, भ्रष्टाचार चरम सीमा पर है. किसानों की चारों तरफ क्या हालत हो रही है देश देख रहा है."
देश पित्रोदा नहीं पीएम मोदी से सवाल कर रहा - प्रियंका चतुर्वेदी
प्रियंका ने आगे कहा, ''सारे मुद्दे एकतरफ और सैम पित्रोदा अमेरिका में बैठकर क्या बयानबाजी कर रहे हैं वह एकतरफ. न हमें उससे कुछ लेनादेना है और न ही देश का मुद्दा, न देश उनकी कही बातों पर किसी तरह का रिएक्शन देना चाहेगा या प्रश्नचिह्न उठाएगा. प्रश्न पीएम मोदी और बीजेपी से है.'' दरअसल, सैम पित्रोदा ने भारत की विविधातपूर्ण संस्कृति पर विचार व्यक्त करते हुए कहा कि पूर्वी भारत के लोग चाइनीज दिखते हैं और दक्षिण भारतीय अफ्रीकी जबकि पश्चिम भारत के लोग अरब जैसे दिखते हैं. पित्रोदा के इसी बयान पर विवाद हो रहा है.
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