Maharashtra Assembly Election 2024: महाराष्ट्र के संभाजीनगर सेंट्रल से उद्धव ठाकरे गुट के उम्मीदवार किशनचंद तनवानी के नाम वापस लेने के बाद पार्टी ने दूसरे प्रत्याशी की तलाश पूरी कर ली है. उद्धव ठाकरे ने किशनचंद तनवानी की जगह शिवसेना के मेयर बालासाहेब थोराट को टिकट दिया है. किशनचंद तनवानी ने अंतिम वक्त में शिवसेना (यूबीटी) को झटका देते हुए सोमवार (28 अक्टूबर) को अपना नाम वापस ले लिया और शिंदे गुट को समर्थन करने की बात कहकर सियासी हलचल बढ़ा दी.


संभाजीनगर सेंट्रल विधानसभा सीट पर एकनाथ शिंदे गुट की शिवसेना ने प्रदीप जायसवाल को टिकट दिया है. वहीं, असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM ने यहां से नासिर सिद्दीकी को उम्मीदवार बनाया है. वहीं, अब शिवसेना (यूबीटी) ने अपनी पार्टी के नेता बालासाहेब थोराट को टिकट देकर वैकल्पिक व्यवस्था कर ली है.




दिलचस्प है कि महाराष्ट्र में कांग्रेस के विधायक दल के नेता का नाम भी बालासाहेब थोराट ही है. कांग्रेस ने संगमनेर से बालासाहब थोराट को मैदान में उतारा है.


किशनचंद तनवानी ने क्यों लिया नाम वापस?


बता दें कि किशनचंद तनवानी ने सोमवार को 2014 की तरह संभावित प्रतिकूल स्थिति का हवाला देते हुए संभाजीनगर सेंट्रल निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया. एआईएमआईएम के इम्तियाज जलील 2014 में छत्रपति संभाजीनगर शहर के औरंगाबाद सेंट्रल क्षेत्र से शिवसेना (अविभाजित) के उम्मीदवार प्रदीप जयसवाल को हराया था, जिससे बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ने वाले तनवानी तीसरे स्थान पर आ गए थे.


किशनचंद तनवानी ने क्या कहा?


उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना (UBT) ने पिछले हफ्ते तनवानी की उम्मीदवारी की घोषणा की थी. मीडिया से बातचीत में तनवानी ने कहा, ''मैं पिछले सात दिनों से इस विधानसभा क्षेत्र का दौरा कर रहा हूं और महसूस किया है कि 2014 के चुनाव जैसी स्थिति बन रही है. मैंने इस बार चुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया है.'' 


तनवानी ने दावा किया कि वह 2019 में इसी तरह की स्थिति के कारण चुनाव मैदान से हट गए थे और जायसवाल को चुनाव जीतने में मदद की थी. उन्होंने आगे कहा, ''मैंने अपनी चुनावी संभावनाओं के लिए जयसवाल से मदद मांगी लेकिन वह आगे नहीं आए. मैंने उद्धव ठाकरे से बात नहीं की है. मैं उनसे बात करूंगा और उनके निर्देशानुसार काम करूंगा.''


बता दें कि महाराष्ट्र में मंगलवार (29 अक्टूबर) को नामांकन दाखिल करने का आखिरी दिन है. राज्य में सभी 288 सीटों पर एक ही चरण में 20 नवंबर को वोटिंग होगी जबकि 23 नवंबर को नतीजे घोषित होंगे.


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