Maharashtra News: शिवसेना (यूबीटी) बृहन्मुंबई नगर निगम (BMC) के बाहर 1 जुलाई को मोर्चा निकालेगी. पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि यह मोर्चा मुंबई नगर निगम के कामकाज में पाई गई अनियमितता के खिलाफ निकाला जाएगा. उद्धव ठाकरे ने हमलावर अंदाज में कहा कि शिवसेना-बीजेपी सरकार में राज्य में चुनाव का सामना करने की हिम्मत नहीं हैं. 


उद्धव ठाकरे यहीं नहीं रुके और आगे कहा कि जी20 जैसे आयोजनों और सड़क निर्माण के नाम पर पैसा उड़ाया जाता है. उन्होंने कहा कि शिवसेना ने 1997 में बृह्णमुंबई नगर निगम (BMC) का प्रभार लिया था, उस वक्त नगर निगम का राजस्व घाटे में चल रहा था लेकिन 25 वर्षों में इसका फिक्स्ड डिपॉजिट बढ़कर 92 हजार करोड़ हो गया. ठाकरे ने कहा कि 7000-9000 करोड़ रुपये इन एफडी से खर्च किए गए हैं. उद्धव ने कहा, 'किसी न किसी को तो बीएमसी से सवाल पूछना होगा क्योंकि यह जनता का पैसा है. शिवसेना (यूबीटी) बीएमसी में अनियमितता के खिलाफ मोर्चा निकालेगी.' उद्धव ठाकरे ने मीडिया को बताया कि इस मोर्चे का नेतृत्व उनके बेटे आदित्य ठाकरे करेंगे. 


CAG ने चिह्नित की अनियमितता 
उल्लेखनीय है, भारत के नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (CAG) ने बीएमसी में विभिन्न कार्यों के लिए 12024 करोड़ रुपये की अनियमितता को चिह्नित किया था. इसके बाद सीएम एकनाथ शिंदे ने इस मामले की जांच के लिए विशेष जांच टीम (SIT) का गठन किया. सरकार की ओऱ से जारी बयान में कहा गया है कि एसआईटी का नेतृत्व मुंबई पुलिस आयुक्त करेंगे. बयान के मुताबिक, सीएम एकनाथ शिंदे ने एसआईटी गठित करने की मंजूरी दे दी है जो बृहन्मुंबई नगर निगम की कथित अनियमितताओं की जांच करेगी, जब महा विकास आघाडी सरकार राज्य में सत्ता में थी. बता दें कि बीएमसी भारत का सबसे धनवान नगर निगम है, यह मौजूदा वक्त में प्रशासक के अंतर्गत है और इसके कॉर्पोरेटर का कार्यकाल पिछले साल की शुरुआत में समाप्त हो गया था. 


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