Maharashtra NCP Political Crisis: उत्तर प्रदेश में उद्धव ठाकरे की शिवसेना (यूबीटी) इकाई ने पार्टी का आधार बढ़ाने के लिए राज्य में एक लाख शिवसैनिकों को नामांकित करने का फैसला किया है. नामांकन अभियान के हिस्से के रूप में, पार्टी आगामी बीएमसी चुनावों के लिए समर्थन जुटाने के लिए घर-घर जाएगी और मुंबई में रहने वाले लोगों के परिवारों से संपर्क करेगी. पार्टी सचिव विश्वजीत सिंह ने कहा कि राज्य इकाई यूपी में बाढ़ पीड़ितों के लिए मदद मांगेगी और कांवरियों को फल भी वितरित करेगी.


संजय राउत का बयान
वहीं दूसरी तरफ, बेंगलुरु में होने वाली विपक्षी दलों की दूसरी बैठक से एक दिन पहले, शिवसेना (यूबीटी) सांसद संजय राउत ने कहा है कि वह पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे और उनके बेटे आदित्य ठाकरे के साथ बैठक में शामिल होंगे. आगे उन्होंने कहा “उद्धव ठाकरे, आदित्य ठाकरे और मैं बेंगलुरु में होने वाली विपक्ष की बैठक में भाग लेंगे. यह एक बहुत ही महत्वपूर्ण बैठक है.


महाराष्ट्र में शिंदे-बीजेपी और अजित गुट की सरकार
पिछले साल शिवसेना में विभाजन के बाद एकनाथ शिंदे और उद्धव ठाकरे दो गुट बन गए. इसके बाद एनसीपी में भी बगावत हुई और अजित पवार गुट ने शरद पवार का साथ छोड़कर NDA का दामन थाम लिया. इसके बाद महाराष्ट्र सरकार में अब शिंदे-बीजेपी और अजित पवार की मिली-जुली सरकार सत्ता में है. महाराष्ट्र में आज से विधानमंडल का मानसून सत्र शुरू होने वाला है. इसे लेकर विपक्ष ने महाराष्ट्र सरकार को घेरने की रणनिति बना ली है. विपक्ष में रहे अजित पवार अब सत्ता से हाथ मिला चुके हैं. उन्हें भी विपक्ष के सवालों का सामना करना पद सकता है. सत्तर से पहले महाराष्ट्र में चाय पार्टी का विपक्ष ने बॉयकॉट कर दिया था. 


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