Uddhav Thackeray on PM Modi: उद्धव ठाकरे ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पीएम मोदी पर निशाना साधा था. उद्धव ठाकरे में कर्नाटक चुनाव प्रचार के दौरान भी प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधा था. उद्धव ने कहा कि मैं पीएम का विरोधी नहीं हूं लेकिन तानाशाही का हमेशा विरोध करता हूं. इस बीच बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने उद्धव ठाकरे की आलोचना का जवाब दिया है. उन्होंने ट्वीट कर इस संबंध में प्रतिक्रिया दी है. 


चंद्रशेखर बावनकुले ने क्या कहा?
बावनकुले ने कहा, उद्धव ठाकरे के ढाई साल के दौरान महाराष्ट्र ने यह देखा है. उस समय विपक्ष की आलोचना करने के कारण नारायण राणे को जेल जाना पड़ा था. कार्टून फॉरवर्ड करने पर एक रिटायर्ड अधिकारी की पिटाई कर दी. इसके खिलाफ बोलने पर पत्रकार को उसके घर से गिरफ्तार कर लिया गया. इसके खिलाफ स्टैंड लेने पर एक एक्ट्रेस का घर तोड़ा गया. वास्तव में इसे ही तानाशाही कहते हैं. इसलिए चंद्रशेखर बावनकुले ने जवाब दिया कि प्रधानमंत्री मोदी को तानाशाह कहने से पहले उन्हें मुख्यमंत्री के तौर पर अपने कार्यकाल को याद करना चाहिए .


आगे बोलते हुए उन्होंने उद्धव ठाकरे द्वारा 'जय बजरंगबली' के नारे को लेकर की गई आलोचना पर भी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा, हमें 'जय श्री राम' और 'जय बजरंगबली' के नारे लगाने पर गर्व है. कांग्रेस की गोद में बैठने के बाद से उद्धव ठाकरे हिंदुत्व को भूल गए हैं. वे रामनवमी और हनुमान जन्मोत्सव पर साधारण ट्वीट भी नहीं कर सकते. इसलिए स्वाभाविक है कि जब उन्हें 'जय बजरंगबली' का नारा दिया जाता है तो उन्हें दुख होता है. 


उद्धव ने क्या कहा था?
इस बीच उद्धव ठाकरे ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बारसू प्रोजेक्ट और कर्नाटक चुनाव को लेकर प्रधानमंत्री मोदी और बीजेपी की आलोचना की थी. उद्धव ठाकरे ने कहा था, “मुझे बारसू जाने से रोकने के बजाय आपको लोगों के बीच जाना चाहिए और उनके सवालों का जवाब देना चाहिए. पालघर में आदिवासियों को घरों में घुसकर जबरन निकाला जा रहा है. यह कैसा लोकतंत्र है? तो मैंने कहा कि मैं मोदी के खिलाफ नहीं हूं, मैं इस सत्तावादी रवैये के खिलाफ हूं.


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