Uddhav Thackeray Statement: शिवसेना-यूबीटी के अध्यक्ष और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने सोमवार को सत्तारूढ़ शिवसेना-बीजेपी गठबंधन पर बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स में 'सोने के बराबर' प्रमुख अचल संपत्ति बुलेट ट्रेन परियोजना को सौंपने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि जब महा विकास अघाड़ी (एमवीए) सत्ता में थी, तो उन्होंने बुलेट ट्रेन टर्मिनस के लिए बीकेसी की जमीन रोक दी थी, लेकिन जैसे ही मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस की सरकार सत्ता में आई (जून 2022) उन्होंने इसे दे दिया.


क्या बोले उद्धव ठाकरे?
ठाकरे ने कहा, आप में से कितने लोग रोज बुलेट ट्रेन से मुंबई से अहमदाबाद जाने वाले हैं? उस ट्रेन में कितने लोग गुजरात से महाराष्ट्र आएंगे..? फिर भी सोने की कीमत वाली मुंबई की जमीन प्रोजेक्ट के लिए दे दी गई.. कोई नहीं जानता कि कितने 'खोखों' (करोड़ों रुपये के लिए बोली) के लिए हाथ मिलाया गया.
वह कांग्रेस, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी और शिवसेना-यूबीटी के शीर्ष नेताओं की उपस्थिति में बीकेसी मैदान में एमवीए की तीसरी विशाल रैली को संबोधित कर रहे थे.


ये बड़े नेता हुए शामिल
इनमें नाना पटोले, जयंत पाटिल, भाई जगताप, अजीत पवार, अंबादास दानवे, बालासाहेब थोराट, अशोक चव्हाण, सुषमा अंधारे, डॉ. जितेंद्र अवध, छगन भुजबल, नसीम खान, सुभाष देसाई, असलम शेख, सुनील केदार के अलावा ठाकरे के परिवार के सदस्य पत्नी रश्मि और उनके बेटे आदित्य और तेजस शामिल थे. ठाकरे ने कहा कि मुंबई मेट्रो कारशेड के मामले में भी ऐसा ही था, जिसे एमवीए ने शहर की पर्यावरण संबंधी चिंताओं के लिए आरे कॉलोनी में अनुमति नहीं दी थी और कांजुरमार्ग साइट प्रस्तावित की थी, जो ठाणे-रायगढ़ में मेट्रो रेलवे के विस्तार में मदद कर सकती थी.


बीजेपी-शिंदे सरकार पर बोला हमला
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, हालांकि, जब वे सत्ता में आए, उन्होंने फैसले को उलट दिया .. यहां तक कि केंद्र सरकार ने भी, जिसने कांजुरमार्ग भूमि के लिए हमारे प्रस्ताव को अदालत में रोक दिया था, अचानक अपना दावा छोड़ दिया. लेकिन अब, आरे कॉलोनी के बाद उन्हें मजबूर होना पड़ा. परियोजना के लिए कांजुरमार्ग भूमि (15 हेक्टेयर) की भी तलाश करें .. इस प्रक्रिया में मुंबई घाटे में है.


शिवसेना-यूबीटी प्रमुख ने सार्वजनिक धन की बबार्दी करने वाले विज्ञापनों की अपनी श्रृंखला के लिए राज्य सरकार पर हमला किया और कहा कि राज्य में किसी भी सरकार ने इतने प्रचार का सहारा नहीं लिया.


शिंदे-फडणवीस पर निशाना साधते हुए ठाकरे ने कहा, यह आपका पैसा नहीं है. यह करदाताओं का पैसा है जो आपकी कमियों को छिपाने के लिए उड़ाया जा रहा है. यदि आप प्रचार करना चाहते हैं, तो महंगाई, बेरोजगारी आदि के खिलाफ बीजेपी के 2014 के चुनाव अभियान का उपयोग करें .. यह आज मान्य होगा. रत्नागिरि रिफाइनरी एंड पेट्रोकेमिकल्स लिमिटेड (आरपीपीएल) परियोजना के खिलाफ आंदोलन पर पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने अरब से सहयोग के साथ मेगा-उद्यम के लिए राजापुर तालुका में बारसु के आसपास की जमीन का सुझाव दिया था.


ये भी पढ़ें: Maharashtra Politics: महाराष्ट्र में राज ठाकरे की पार्टी की बनेगी सरकार? अमित के दावे से अब छिड़ी ये बहस