Shiv Sena MLA Disqualification Case: 10 जनवरी को विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने विधायक अयोग्यता मामले में अहम फैसला सुनाया. उन्होंने कहा कि शिंदे गुट ही असली शिवसेना है. इस फैसले से उद्धव गुट को बड़ा झटका लगा है. नासिक में एक सार्वजनिक बैठक में उद्धव ठाकरे ने नार्वेकर के फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्हें चुनौती दी. ठाकरे ने कहा, 'अगर आपमें हिम्मत है तो यहां आएं और बताएं कि शिवसेना कौन है.'
क्या बोले उद्धव ठाकरे?
उद्धव ठाकरे ने कहा, आप मुझे बताएं, क्या मैंने बालासाहेब का विचार छोड़ दिया है? अगर आप कहें तो मैं पद छोड़ने को तैयार हूं. जैसे मैंने मुख्यमंत्री पद छोड़ा. उन्होंने आगे कहा, जाओ नार्वेकर को बताओ, अगर तुममें हिम्मत है तो यहां आकर बताओ कि शिवसेना कौन है? निर्णय बंद दरवाजों के पीछे किये जाते हैं. हमने जनता की अदालत में सारे सबूत दे दिये हैं. जो सज्जन कहते थे कि शिवसेना का संविधान नहीं मिला, वे 2013 में वहीं खड़े थे. वे अब कह रहे हैं कि मैं पार्टी प्रमुख नहीं हूं.
शिवसेना (UBT) अध्यक्ष ने पूछे ये सवाल
उद्धव ठाकरे ने सवाल पूछा, बीजेपी में न शंकराचार्य के प्रति सम्मान है, न मित्रों के लिए कोई स्थान है. अगर वे आज कह रहे हैं कि उन्होंने बाला साहेब के विचारों को छोड़ दिया है, तो शिवसेना से गठबंधन क्यों तोड़ा?” मई 2014 का जिक्र कर उद्धव ठाकरे ने पूछा, '...तब तक शिवसेना हिंदू थी. फिर जून से अक्टूबर तक हमने ऐसा क्या कर दिया कि आपने शिवसेना से गठबंधन तोड़ दिया'.
राहुल नार्वेकर का फैसला
बता दें, महाराष्ट्र विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने हाल ही में शिवसेना विधायक अयोग्यता मामले पर अपना फैसला सुनाया है. फैसले ने राजनीतिक उथल-पुथल मचा दी है और एकनाथ शिंदे और उद्धव ठाकरे गुटों के बीच दरार और बढ़ा दी है. नार्वेकर ने शिंदे और शिवसेना के 15 अन्य विधायकों की अयोग्यता की याचिका खारिज कर दी. उन्होंने पार्टी के कामकाज पर ठाकरे की दलीलों को खारिज करते हुए शिंदे गुट को असली शिवसेना बताया है.