Bhushan Desai: उद्धव गुट को लगा झटका, उनके वफादार सुभाष देसाई के पुत्र ने थामा सीएम शिंदे की शिवसेना का हाथ
Bhushan Desai Shiv Sena: सुभाष देसाई ने सत्ताधारी संगठन में अपने बेटे के शामिल होने को तवज्जो नहीं देने की कोशिश की. उन्होंने कहा कि भूषण देसाई की राजनीति या शिवसेना (यूबीटी) में कोई भूमिका नहीं थी.
Bhushan Desai Joins Eknath Shinde Shiv Sena: शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के वरिष्ठ नेता सुभाष देसाई के बेटे भूषण देसाई सोमवार को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना में शामिल हो गए, जिससे उद्धव ठाकरे खेमे को झटका लगा है. पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के प्रमुख सहयोगी देसाई (80) ने इस घटनाक्रम को चिंताजनक बताते हुए कहा कि उनके बेटे के कदम से पार्टी और ठाकरे परिवार के प्रति उनकी वफादारी में कोई बदलाव नहीं आएगा.
भूषण देसाई की राजनीति यूबीटी में कोई भूमिका नहीं थी
सुभाष देसाई ने सत्ताधारी संगठन में अपने बेटे के शामिल होने को तवज्जो नहीं देने की कोशिश की. उन्होंने कहा कि भूषण देसाई की राजनीति या शिवसेना (यूबीटी) में कोई भूमिका नहीं थी. गौरतलब है कि निर्वाचन आयोग ने हाल में पार्टी का नाम और चुनाव चिह्न ‘धनुष-बाण’ शिंदे नीत खेमे को आवंटित किया था. भूषण देसाई को मुख्यमंत्री शिंदे की मौजूदगी में शिवसेना में शामिल किया गया.
उद्धव ठाकरे के करीबी हैं सुभाष देसाई
भूषण देसाई के पिता, सुभाष देसाई, ठाकरे परिवार के करीबी विश्वासपात्र हैं और महाराष्ट्र में महा विकास आघाडी (एमवीए) शासन के दौरान उद्योग और खान मंत्री के रूप में कार्यरत थे. दूसरी ओर, भूषण देसाई विधानसभा सत्र में महाराष्ट्र औद्योगिक विकास निगम (एमआईडीसी) भूमि घोटाला मामले में आरोपी थे, जिसके लिए सरकार ने जांच के आदेश दिए थे. भूषण देसाई के शिंदे गुट में शामिल होने के कदम को एक महत्वपूर्ण विकास के रूप में देखा जा रहा है, विशेष रूप से आगामी बीएमसी चुनावों को देखते हुए. शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे ने कहा: "भूषण देसाई यूबीटी (गुट) के सक्रिय सदस्य नहीं हैं, लेकिन उनके पिता सुभाष देसाई कई वर्षों से हमारे साथ हैं. जो कोई भी वाशिंग मशीन में कूदना चाहता है, वह कूद सकता है."