Maharashtra Politics: उद्धव ठाकरे के मुंब्रा शिवसेना शाखा दौरे के दौरान शिवसेना के दोनों गुटों के बीच विवाद होता नजर आ रहा है. दोनों गुटों ने एक-दूसरे के खिलाफ नारे लगाए हैं. उद्धव ठाकरे ने आज मुंब्रा में शिवसेना की उस शाखा का दौरा किया, जिसे शिवसेना शिंदे समूह ने तोड़ दिया था. उस वक्त शिवसैनिकों ने उद्धव ठाकरे का जोरदार स्वागत किया था. वहीं, कुछ ही दूरी पर मौजूद एकनाथ शिंदे गुट के कार्यकर्ताओं ने भी उनके खिलाफ नारे लगाए.


क्या है पूरा मामला?
उद्धव ठाकरे शाखा का निरीक्षण करने के लिए मुंब्रा में प्रवेश कर गए हैं और ठाकरे समूह की ओर से पुलिस के खिलाफ नारे लगाए गए हैं. एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना के नरेश म्हस्के ने शनिवार को कहा कि उनकी पार्टी अविभाजित पार्टी की उन सभी 'शाखाओं' को अपने कब्जे में ले लेगी जिनका इस्तेमाल अनुचित गतिविधियों के लिए किया जा रहा था. सेना ने हाल ही में मुंब्रा में इस तरह से एक शाखा पर कब्जा कर लिया था और इसे नए सिरे से बनाने के लिए इसे ध्वस्त कर दिया था, जिससे उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना (यूबीटी) के पदाधिकारियों के साथ तनाव पैदा हो गया था.






जितेंद्र आव्हाड की सलाह
एक स्थानीय अधिकारी ने कहा कि आज दिन में ठाकरे के क्षेत्र का दौरा करने की उम्मीद है और इस मुद्दे पर कोई गड़बड़ी न हो यह सुनिश्चित करने के लिए बड़ी संख्या में पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया है. म्हस्के ने दावा किया कि ठाकरे एनसीपी नेता जितेंद्र आव्हाड की सलाह पर मुंब्रा का दौरा कर रहे थे, उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री के स्वागत वाले पोस्टरों में शिवसेना के संस्थापक दिवंगत बाल ठाकरे और अविभाजित पार्टी के ठाणे के कद्दावर नेता दिवंगत आनंद दिघे की तस्वीरें नहीं थीं.


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