Uddhav Thackeray in Thane: शिवसेना (यूबीटी) के मुखिया उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) गुरुवार (26 जनवरी) को मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) के गढ़ ठाणे (Thane) दौरे पर पहुंचे. उनकी इस यात्रा पर सीएम शिंदे ने बिल्कुल ही सधी हुई प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि लोकतांत्रिक प्रणाली में हर व्यक्ति को अपनी पार्टी के विकास के लिए दूसरी पार्टी के खिलाफ बोलने और प्रचार करने का अधिकार है. 


एकनाथ शिंदे का गढ़ है ठाणे


गौरतलब है कि ठाणे महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे का गढ़ है. वे ठाणे के ही कोपरी-पचपखड़ी (Kopri-Pachpakhadi) विधानसभा सीट से विधायक हैं. शिवसेना (यूबीटी) के मुखिया उद्धव ठाकरे जिस दिवंगत शिवसेना नेता आनंद दिघे को श्रद्धांजलि देने के लिए पहुंचे हैं, उन्हें एकनाथ शिंदे का राजनीतिक गुरु माना जाता है. दरअसल, दिधे ने ही शिंदे की राजनीतिक क्षमता को परखने के बाद उनकी मुलाकात तत्कालीन शिवसेना प्रमुख बाल ठाकरे से करवाई थी. 


ठाकरे आनंद दिघे को देंगे श्रद्धांजलि


दरअसल, शिवसेना (यूबीटी) के मुखिया उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) गुरुवार को पार्टी के विघटन होने के बाद पहली बार ठाणे के दौरे पर गए हैं. गौरतलब है कि पूरे ठाणे शहर को ठाकरे के स्वागत वाले बैनर से पाट दिया गया है. उद्धव ठाकरे के ठाणे दौरे की जानकारी देते हुए पार्टी के एक प्रवक्ता ने बताया कि इस मौके पर ठाकरे अपने पूर्व नेता आनंद दिघे की जयंती के मौके पर एक विशाल मेडिकल कैंप का उद्घाटन करेंगे. इसके बाद वे टेम्बी नाका स्थित दिघे की अर्धप्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि देंगे. इसके बाद वे जैन समाज की ओर से आयोजित एक कार्यक्रम में शामिल होंगे. 


शिवसेना से बगावत कर सीएम बने थे शिंदे


गौरतलब है कि पिछले वर्ष जून में शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे ने अपने समर्थक विधायकों के साथ पार्टी से बगावत कर दी थी, जिसके बाद महाविकास अघाड़ी सरकार से उद्धव ठाकरे को इस्तीफा देना पड़ा था. इसके बाद शिंदे ने भाजपा के साथ मिलकर नई सरकार बनाई थी. तब से वे महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री हैं. 


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