Ulhasnagar Firing: उल्हासनगर फायरिंग केस के बाद उद्धव गुट ने महाराष्ट्र की कानून व्यवस्था पर खड़े किए सवाल, बताया 'खोखे सरकार'
Ulhasnagar Firing Case: बीजेपी विधायक गणपत गायकवाड़ की ओर से उल्हासनगर थाने में फायरिंग को लेकर शिवसेना (यूबीटी) नेताओं ने महाराष्ट्र की कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े किए हैं.
Maharashtra News: उल्हासनगर फायरिंग मामले को लेकर महाराष्ट्र में राजनीति तेज हो गई है. इसको लेकर शिवसेना (यूबीटी) के नेताओं की तरफ से लगातार एकनाथ शिंदे सरकार और बीजेपी को घेरा जा रहा है. विधायक आदित्य ठाकरे ने महाराष्ट्र की कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े किए हैं. महाराष्ट्र सरकार को 'खोखे सरकार' बताया है. वहीं शिवसेना (यूबीटी) सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने भी कानून व्यवस्था को लेकर शिंदे सरकार को घेरा है.
सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि बीजेपी विधायक ने शिंदे गुट के नेता को गोली मार दी वो भी पुलिस स्टेशन के अंदर, कानून व्यवस्था की स्थिति देखिए. हमने कुछ समय पहले ऐसा देखा था उनकी पार्टी के एक अन्य विधायक ने पुलिस स्टेशन के अंदर गोलीबारी की थी. अभी तक इस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है, चूंकि यह घटना दिनदहाड़े हुई थी, इसलिए खबर फैल गई और उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है.
प्रियंका चतुर्वेदी ने सरकार की ओर से मराठाओं पर लाठीचार्ज करवाने का आरोप लगाया और ऐसे लोगों को संरक्षण देते हैं. उन्होंने कहा कि बीजेपी, शिवसेना शिंदे गुट और एनसीपी तीनों सरकार में है और तीनों में ही क्लेश मचे हुए हैं, इन्हें सरकार का पूरा मजा लेना है. क्लेश करना है और महाराष्ट्र की जनता को त्रस्त रखना है, ये महाराष्ट्र की जनता के लिए दुर्भाग्यपूर्ण है.
उल्हासनगर पुलिस स्टेशन में बीजेपी नेता ने की थी फायरिंग
बता दें कि महाराष्ट्र के ठाणे जिले के उल्हासनगर पुलिस स्टेशन में शुक्रवार रात को करीब साढ़े 10 बजे बीजेपी विधायक गणपत गायकवाड़ और शिवसेना नेता महेश गायकवाड़ किसी झगड़े को लेकर पहुंचे. इस दौरान थाने के अंदर ही दोनों के बीच विवाद ज्यादा बढ़ गया. इस बीच बीजेपी विधायक गणपत गायकवाड़ ने शिवसेना नेता महेश गायकवाड़ को गोली मार दी. इसके बाद तुरन्त उन्हें अस्पताल पहुंचाया गया. वहीं गणपत गायकवाड़ को गिरफ्तार कर लिया गया.
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