Thane Integral Ring Metro Rail Project: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने शुक्रवार (16 अगस्त) महाराष्ट्र के ठाणे इंटीग्रल रिंग मेट्रो रेल प्रोजेक्ट कॉरिडोर को मंजूरी दे दी. 29 किलोमीटर का गलियारा 22 स्टेशनों के साथ ठाणे शहर के पश्चिमी हिस्से के साथ जुड़ेगा. यह नेटवर्क एक तरफ उल्हास नदी और दूसरी तरफ संजय गांधी राष्ट्रीय उद्यान से जुड़ा हुआ है.


केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा, "ठाणे के आसपास के क्षेत्र को औद्योगिक केंद्र के रूप में विकसित किया जा रहा है. पीएम मोदी के नेतृत्व में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने ठाणे के लिए 12,200 करोड़ रुपये की मेट्रो रेल परियोजना को मंजूरी दे दी है, जो महाराष्ट्र के सबसे तेजी से बढ़ते शहरों में से एक है."






ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन में कमी लाने में भी योगदान


यह कनेक्टिविटी ट्रांसपोर्ट का एक स्थायी और बेहतर तरीका उपलब्ध कराएगा, जिससे शहर को अपनी आर्थिक क्षमता का एहसास होगा और सड़कों पर ट्रैफिक भीड़ कम होगी. इस परियोजना से ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन में कमी लाने में भी योगदान मिलने की उम्मीद है.


परियोजना लागत और फंडिंग


इस परियोजना की अनुमानित लागत 12,200.10 करोड़ रुपये है, जिसमें भारत सरकार और महाराष्ट्र सरकार की समान इक्विटी के साथ-साथ द्विपक्षीय एजेंसियों से भी कुछ हिस्सा आएगा. इनोवेटिव फाइनेंसिंग मेथड के जरिए भी धन जुटाया जाएगा जैसे कि कॉर्पोरेट के लिए स्टेशन के नामकरण और पहुंच अधिकार बेचकर, मोनेटाइजेशन ऑफ एसेट्स और वैल्यू कैप्चर फाइनेंसिंग रूट.


प्रमुख कमर्शियल सेंटर को जोड़ने वाला गलियारा कर्मचारियों के बड़े वर्ग के लिए एक प्रभावी ट्रांसपोर्ट विकल्प उपलब्ध कराएगा. इस परियोजना के 2029 तक पूरा होने की संभावना है.


किफायती ट्रांसपोर्ट विकल्प


इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि मेट्रो लाइन तेज और किफायती ट्रांसपोर्ट विकल्प देकर हजारों यात्रियों, विशेष रूप से छात्रों और हर दिन ऑफिस और कार्य क्षेत्र में आने-जाने वालों को फायदा पहुंचाएगा. इस परियोजना के पूरा होने के बाद साल 2029, 2035 और 2045 के लिए मेट्रो कॉरिडोर पर कुल दैनिक यात्री संख्या क्रमशः 6.47 लाख, 7.61 लाख और 8.72 लाख होगी.


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