Narayan Rane on Palghar Mob Lynching Case: महाराष्ट्र सरकार द्वारा 2020 के पालघर मॉब लिंचिंग मामले (Palghar Mob Lynching Case) की जांच केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) को ट्रांसफर कर दी गई. इसके साथ ही महाराष्ट्र सरकार ने आज मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) के समक्ष दायर एक हलफनामे में इस मामले की जांच सीबीआई को ट्रांसफर करने पर सहमति व्यक्त की. वहीं इस मामले को लेकर अब केंद्रीय मंत्री नारायण राणे (Narayan Rane) ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी.
केंद्रीय मंत्री नारायण राणे ने मंगलवार को कहा कि मामले की पूरी जांच होनी चाहिए और सच सामने आना चाहिए. बता दें कि सुप्रीम कोर्ट में दायर एक हलफनामे में महाराष्ट्र सरकार ने कहा कि वह पालघर में साधुओं के लिंचिंग मामले की जांच सीबीआई को सौंपने के लिए तैयार है और उसे इस पर कोई आपत्ति नहीं होगी. इस याचिका में पालघर जिले में हुई घटना की सीबीआई या अदालत की निगरानी में विशेष जांच दल (एसआईटी) से जांच कराने की मांग की गई है.
इस मामले को लेकर इससे पहले महाराष्ट्र सरकार ने कोर्ट में कहा था कि पालघर लिंचिंग मामले में जांच पूरी हो गई है. सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में जानकारी देते हुए कहा था कि इस मामले के सभी दोषी पुलिस अधिकारियों को सजा दी गई है या इन्हें सेवाओं से निलंबित कर दिया गया है. वहीं कोर्ट ने भी इससे पहले महाराष्ट्र सरकार से पालघर मॉब लिंचिंग की घटना के संबंध में पुलिस अधिकारियों के खिलाफ चार्जशीट और जांच का विवरण रिकॉर्ड में लाने को कहा था.
बता दें कि 16 अप्रैल साल 2020 की रात को दो साधु और उनका ड्राइवर लॉकडाउन के बीच गुजरात के सूरत में एक अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए मुंबई के कांदिवली से जा रहे थे. इस दौरान गडचिंचिले गाँव भीड़ ने उनका वाहन रोक दिया और उन पर हमला किया गया. इस हमले में उनकी मौत हो गई है और हैरानी की बात ये हैं कि वहां पर पुलिस भी मौजूद थी.
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