Maharashtra Politics: केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने महाराष्ट्र कैबिनेट में मांगा एक मंत्री पद, RPI का नहीं है एक भी विधायक
Maharashtra News: केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने अपनी पार्टी आरपीआई के लिए महाराष्ट्र कैबिनेट में एक मंत्री पद की मांग की है. हालांकि उनकी पार्टी का राज्य में एक भी विधायक नहीं है.
Ramdas Athawale Demand Minister Portfolio For RPI: केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले (Ramdas Athawale) ने शुक्रवार को कहा कि उन्होंने एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली नई महाराष्ट्र सरकार में अपने संगठन रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया के लिए एक मंत्री पद की मांग की है. अठावले पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में तीन साल के लिए सर्वसम्मति से आरपीआई (अठावले समूह) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चुने जाने के बाद पत्रकारों से बात कर रहे थे. उन्होंने कहा कि बैठक में देश भर से 600 प्रतिनिधियों ने भाग लिया. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि उन्होंने आरपीआई के लिए एक मंत्री पद की मांग की है, जो भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) का हिस्सा है. हालांकि उनकी पार्टी का राज्य में एक भी विधायक नहीं है. अठावले ने महाराष्ट्र में पेट्रोल और डीजल पर वैट में कमी का स्वागत किया और आरे कॉलोनी क्षेत्र में मुंबई मेट्रो कार शेड बनाने के निर्णय का समर्थन किया जिसका पर्यावरण समूह विरोध कर रहे हैं.
बता दें कि राष्ट्रपति चुनाव के बाद राज्य में मंत्रिमंडल का विस्तार होना है. बीते 30 जून को एकनाथ शिंदे ने सीएम पद की और देवेंद्र फडणवीस ने डिप्टी सीएम पद की शपथ ली थी. फिलहाल मंत्रिमंडल में दो ही सदस्य हैं. पिछले महीने एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में शिवसेना के विधायकों के पार्टी में बगावत कर देने के बाद राज्य की महा विकास आघाड़ी सरकार गिर गई थी.
सीएम शिंदे ने किया ये एलान
बता दें कि पिछले महीने 30 जून को एकनाथ शिंदे ने सीएम पद की शपथ ली, उनके साथ सीएम देवेंद्र फडणवीस ने डिप्टी सीएम पद की शपथ ली थी. इस बीच, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने तत्कालीन महा विकास अघाड़ी सरकार पर निशाना साधते हुए शुक्रवार को घोषणा की कि अगर उनके साथ शामिल होने वाला एक भी विधायक अगला विधानसभा चुनाव हार जाता है तो वह राजनीति छोड़ देंगे. सीएम ने अपने एक समर्थक विधायक अब्दुल सत्तार की एक रैली को संबोधित करते हुए कहा, "मुझे विश्वास है कि ये सभी 50 विधायक चुनाव जीतेंगे.. अगर इनमें से कोई भी हारता है, तो मैं राजनीति छोड़ दूंगा."