Smriti Irani: स्मृति ईरानी का छलका दर्द, 'गर्भपात के अगले दिन ही लौटना पड़ा काम पर, दिखाना पड़ा सबूत'
Smriti Irani News: ईरानी ने बताया, मैंने एकता कपूर को बताया कि यह नाटक नहीं है. इससे वे असहज हो गईं और मुझसे कहा कि कागज मत दिखाओ. मैंने उनसे कहा कि भ्रूण बचा नहीं, नहीं तो वह भी दिखाती.
Smriti Irani News: एक इंटरव्यू में केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी (Union Minister Smriti Irani) ने अपना वर्षों पुराना दर्द बयां किया है. केंद्र सरकार में महिला एवं बाल विकास मंत्री ने बताया कि गर्भपात के एक दिन बाद ही उन्हें टीवी सीरियल में काम पर लौटना पड़ा था. सालों बाद ईरानी के इस खुलासे ने सबको चौंका दिया है. उन्होंने बताया कि प्रोड्यूसर एकता कपूर ने उन्हें गर्भापात के दूसरे दिन ही शूटिंग के लिए बुला लिया था. ईरानी उस समय 'क्योंकि सास भी कभी बहू थी' और धारावाहिक 'रामायण' में काम कर रही थीं.
केंद्रीय मंत्री ने इन बातों का खुलासा रेडियो जॉकी नीलेश मिश्रा को दिए एक इंटरव्यू में किया है. उन्होंने बताया कि मुझे गर्भवती होने का पता नहीं था. जब मैंने घर जाने की अनुमति मांगी तो मुझसे काम कराया गया. मैंने लोगों से कहा भी कि मेरी तबियत ठीक नहीं है, लेकिन जब मुझे जाने के लिए कहा गया तबतक शाम हो चुकी थी. मुझसे लगातार काम कराया गया. ईरानी ने बताया कि डॉक्टर ने मुझे सोनोग्राफी के लिए बुलाया था, जिसके बाद मैंने सोनोग्राफी कराई.
तेज बारिश में भीगते हुए गई-ईरानी
मंत्री ईरानी ने बताया कि उन्हें आज भी याद कि वे तेज बारिश में भीगते हुए अस्पताल के लिए निकल गईं थीं. रास्ते में मुझे ब्लीडिंग होने लगी. जब मैं अस्पताल पहुंची तो एक नर्स ने आटोग्राफ मांगा. इस दौरान भी मुझे ब्लीडिंग हो रही थी. मैंने आटोग्राफ दिया और उससे पूछा कि एडमिट कर लोगे, मुझे लग रहा है कि मिसकैरेज हो गया है. गर्भपात के एक दिन बाद ही 'क्योंकि सास भी कभी बहू थी' के सेट पर लौटना पड़ा. वहां उनके साथ काम करने वाले किसी कलाकार ने बताया था कि मैं गर्भपात को लेकर झूठ बोल रही हूं.
दिखाना पड़ा मेडिकल पेपर-ईरानी
ईरानी ने कहा कि फोन करके यह बताने पर भी कि ऐसा हुआ है एकता कपूर ने अगले दिन शूट पर बुलाया. उन्होंने कहा कि मुझे घर की ईएमआई भरनी थी इसलिए अगले दिन ही काम पर लौट आई. अगले ही दिन प्रोड्यूसर एकता कपूर को सारे मेडिकल पेपर ले जाकर दिखाने पड़े. मैंने उनको बताया कि यह कोई नाटक नहीं है. इससे वे असहज हो गईं और मुझसे कहा कि कागज मत दिखाओ. मैंने उनसे कहा कि भ्रूण बचा नहीं, नहीं तो वह भी सबूत के तौर पर दिखाती.