Maharashtra Assembly Elections: महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव के मद्देनजर पक्ष और विपक्ष के बीच आरोप प्रत्यारोप का दौर जारी है. इस बीच महाराष्ट्र विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजय वडेट्टीवार ने कहा वित्त मंत्री अजित पवार को पता है कि महायुति सरकार की ओर से शुरू की गई मौजूदा योजनाओं के कारण राज्य की वित्तीय गाड़ी पटरी से उतर जाएगी, इसीलिए वो इसे अनुशासित करने का प्रयास कर रहे हैं.


एबीपी माझा की रिपोर्ट के मुताबिक नागपुर में मीडिया से बात करते हुए विपक्षी नेता विजय वडेट्टीवार ने कहा, ''महायुति के नेताओं ने अजित पवार को किनारे करने की कोशिश शुरू कर दी है. जिस तरह से उनके लोग जा रहे हैं, उससे वे परेशान हैं, जबकि बीजेपी नेता अजित दादा को महागठबंधन में किनारे करने की कोशिश कर रहे हैं.


चहेते सचिव राज्य का खजाना लूट रहे-वडेट्टीवार


जब उनसे पूछा गया कि अजित पवार गुरुवार (10 अक्टूबर) को राज्य कैबिनेट की बैठक से 10 मिनट के अंदर ही चले गए. इस विजय वडेट्टीवार ने कहा कि महागठबंधन में विवाद आम बात है. हर कैबिनेट में विवाद होते हैं. ये राज्य के हित के तर्क नहीं हैं, बल्कि ये स्वार्थ के तर्क हैं. सरकार ने 80 फैसले तब लिये जब खजाने में पैसा नहीं था, किसे परवाह है? कई विभागों में सचिव नहीं हैं.''


विजय वडेट्टीवार ने आरोप लगाया कि कृषि विभाग में कोई सचिव नहीं है, चहेते सचिव बैठकर राज्य का खजाना लूट रहे हैं.


MVA में सीट बंटवारे पर क्या बोले विजय वडेट्टीवार?


कांग्रेस नेता विजय वडेट्टीवार से जब पूछा गया कि क्या शरद पवार गुट विदर्भ में कुछ सीटों पर जोर दे रहा है. इस पर विजय वडेट्टीवार ने कहा, '' विदर्भ में कांग्रेस की ताकत है. हालांकि हम कुछ सीटों पर दो, तीन या चार बार हारे हैं, हमें देखना होगा कि शरद पवार गुट उस जगह कितना मजबूत है. सिर्फ इसलिए कि हम वहां हार गए इसका मतलब यह नहीं है कि हमें हार मान लेनी होगी.


उन्होंने कहा, ''मेरिट तय होगी. जहां कांग्रेस की ताकत है वहां कांग्रेस को लड़ना चाहिए. जब हम हारे तो स्थिति अलग थी. सीटों का आवंटन लगभग हो चुका है. अब 50 से 55 सीटों का सवाल बना हुआ है.'' वडेट्टीवार ने यह भी कहा कि 14 तारीख को अंतिम बैठक में इस पर फैसला लिया जाएगा. 


MVA में सीएम पद को लेकर क्या बोले वडेट्टीवार?


कांग्रेस नेता ने आगे कहा, ''विधानसभा चुनाव से पहले बहुत सारे लोग पंजा और बिगुल उठा लेंगे. लेकिन कई लोग लाइन में खड़े हैं. हरियाणा से मूर्ख बनने की जरुरत नहीं. हम जानते हैं कि महाराष्ट्र में क्या होगा. लोकसभा में मोदी-शाह के साथ क्या हुआ ये सबको पता है. राहुल गांधी की सलाह सही है. इसलिए व्यक्ति को महत्वाकांक्षी नहीं होना चाहिए. सबको मिलकर निर्णय लेना है. कोई नहीं कहेगा, मैं सीएम बनूंगा या वो बनेगा. राज्य पर जो महायुति का पाप लगा है, उसे कम करना होगा.


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