Nagpur Accident News: कांग्रेस ने मंगलवार को महाराष्ट्र बीजेपी प्रमुख चंद्रशेखर बावनकुले के बेटे की कार दुर्घटना को लेकर सत्तारूढ़ पार्टी पर निशाना साधा और कहा कि ऐसे मामलों में चालक को बलि का बकरा बनाना राज्य में नया चलन बन गया है. विधानसभा में विपक्ष के नेता विजय वडेट्टीवार ने मांग की कि सोमवार सुबह दुर्घटना से पहले संकेत बावनकुले और उनके दोस्त लोग जिस रेस्तरां में गए थे उसके सीसीटीवी फुटेज की गहन जांच होनी चाहिए.


पुलिस ने दी ये जानकारी
पीटीआई के अनुसार, पुलिस ने राज्य बीजेपी प्रमुख के बेटे संकेत बावनकुले की ऑडी के चालक को गिरफ्तार कर लिया है. यह कार नागपुर शहर में कई वाहनों से टकरा गई थी. एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि उस समय संकेत कार में ही थे. दुर्घटना में कम से कम दो लोग घायल हुए हैं. वडेट्टीवार ने संवाददाताओं से कहा कि ऐसा लगता है कि गृह विभाग ने एक नई परियोजना शुरू की है, जिसके तहत लोग अपनी कार दुर्घटनाग्रस्त कर सकते हैं, लोगों को मार सकते हैं और फिर चालक पर दोष मढ़कर मुक्त हो सकते हैं.


ऐसा लगता है कि राजनीतिक दलों ने ऐसी दुर्घटनाओं के बाद अपने लोगों को बचाने के लिए एक नया चलन अपना लिया है, उन्होंने पहले के आरोपों का जिक्र करते हुए कहा कि अजीत पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी के एक स्थानीय विधायक ने मई में पुणे में पोर्श कार दुर्घटना के लिए जिम्मेदार लोगों को बचाने की कोशिश की थी और सत्तारूढ़ शिवसेना के नेताओं ने मुंबई के वर्ली इलाके में एक महिला को कुचलने के बाद एक पार्टी कार्यकर्ता के बेटे को बचाने की कोशिश की थी.


वडेट्टीवार ने आरोप लगाया कि, आरोपी व्यक्ति (वर्ली हिट-एंड-रन मामले में) 48 घंटे से अधिक समय तक फरार रहे, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि उनके खून में शराब न पाई जाए. नागपुर में भी इसी तरह का पैटर्न दोहराया गया. अब बीजेपी नेता का बेटा भाग गया है, और दो-तीन दिनों के बाद उसे ढूंढा जाएगा ताकि उसके नमूनों में शराब न पाई जाए. नागपुर पुलिस के अनुसार, गिरफ्तार चालक नशे में था और संकेत बावनकुले उसके बगल में बैठा था.


उन्होंने आगे कहा, नशे में धुत ड्राइवर को कौन गाड़ी चलाने देता है? क्या उसके बगल में बैठा व्यक्ति शांत रहेगा? उन्होंने पूछा. हर कोई कह रहा है कि संकेत कार चला रहा था. इस मामले की गहन जांच होनी चाहिए, जिसमें उस रेस्टोरेंट के सीसीटीवी फुटेज की भी जांच होनी चाहिए, जहां बावनकुले और उनके दोस्त पार्टी करने गए थे. लोगों का कहना है कि वे सभी शराब के नशे में थे. हम चाहते हैं कि सरकार किसी भी व्यक्ति को न बख्शे, चाहे उसके माता-पिता ही क्यों न हों.


कांग्रेस नेता ने यह भी दावा किया कि चंद्रशेखर बावनकुले ने दुर्घटना में क्षतिग्रस्त वाहनों के मालिकों से संपर्क किया और उन्हें मुआवजा देने की पेशकश की, लेकिन जब दुर्घटना की फुटेज सोशल मीडिया पर सामने आई, तो पुलिस को मामले का संज्ञान लेना पड़ा. वडेट्टीवार ने यह भी पूछा कि ऑडी की नंबर प्लेट क्यों हटाई गई और उसे 'छिपाया' गया. ड्राइवर को बचाने के लिए ऐसा कौन करेगा?


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