Vinayak Raut Claim: पिछले कुछ दिनों से शिंदे गुट और ठाकरे गुट दोनों ही यह दावा कर रहे हैं कि एक-दूसरे के सांसद-विधायक दूसरे पक्ष में शामिल हो जाएंगे. वहीं, बीजेपी और कांग्रेस-एनसीपी की ओर से अगले साल होने वाले चुनाव को लेकर समीक्षा बैठकें की जा रही हैं. इस पृष्ठभूमि में लगता है कि ठाकरे गुट और शिंदे गुट के बीच अच्छी टक्कर है. ठाकरे गुट के सांसद विनायक राउत ने इस संबंध में मीडिया से बात करते हुए बड़ा दावा किया है.


एक तरफ संजय राउत ने दावा किया है कि शिवसेना की 19 सीटें ठाकरे गुट के पास होंगी. लेकिन दूसरी ओर, विनायक राउत ने कहा है, "उद्धव ठाकरे ने खुद कहा है कि भले ही शिवसेना के पास 19 सांसद हों, अगर हमारे पास एक निर्वाचन क्षेत्र में कमजोर उम्मीदवार है और दूसरे में चुनावी उम्मीदवार है, तो इस पर चर्चा की जाएगी और सीटों की अदला-बदली की जाएगी. MVA एक साथ लड़ेंगे और बड़ी संख्या में सीटें जीतेंगे."


कब होगा MVA में सीट आवंटन पर फैसला
विनायक राउत ने कहा, "48 सीटों पर सम्मानजनक समझौता होगा. 16 सीटों के लिए किसी विकल्प पर चर्चा नहीं हुई है. MVA की अगली चर्चा जून या जुलाई में होगी. विनायक राउत ने दावा किया, उन्होंने कहा, 'मंत्रिमंडल विस्तार को देखने वालों का अब मोहभंग होने लगा है. उन्हें यह भी आभास हो गया है कि अब मंत्रिमंडल विस्तार की कोई संभावना नहीं है. इसलिए शिंदे गुट के विधायकों-खासदारों में भारी असंतोष है. कैबिनेट में जिन चार-पांच मंत्रियों को रखा गया है, उन्हें छोड़कर कोई भी संतोषजनक काम नहीं कर पा रहा है.


राउत ने यह भी कहा, शिंदे गुट के कई विधायक और सांसद आने वाले दिनों में 'धमाका' करेंगे. वहां कई लोग संपर्क में हैं. लेकिन मुझे नहीं लगता कि गद्दारी करने वालों के लिए मातोश्री के दरवाजे दोबारा खुलेंगे. निश्चित रूप से पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे इस पर अंतिम निर्णय लेंगे. विनायक राउत ने शिंदे समूह से कहा, वे पिछले 8 महीनों से कई दावे कर रहे हैं. लेकिन अब उनमें से कुछ वापस अपने रास्ते पर हैं. उन्हें उनकी देखभाल करनी चाहिए."


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