MSRTC Strike: महाराष्ट्र स्टेट रोड ट्रांस्पोर्ट कॉर्पोरेशन (MSRTC) के कर्मचारी करीब 80 दिन से हड़ताल पर बैठे हैं. इस हड़ताल को खत्म करवाने के लिए कॉर्पोरेशन ने लगभग सभी हथकंडे अपना लिए लेकिन कर्मचारी अपनी हड़ताल खत्म करने के लिए तैयार नहीं हुए. अब ऐसे में कॉर्पोरेशन ने महाराष्ट्र के सभी डिपो मैनेजर को ये निर्देश दिए हैं कि वो कर्मचारियों के घर पर जाएं और उन्हें काम पर लौटने के लिए मनाएं. 


ट्रांस्पोर्ट कॉर्पोरेशन के कर्मचारी बीती 27 अक्टूबर से हड़ताल पर हैं, कर्मचारियों की मांग है कि MSRTC को राज्य सरकार में शामिल किया जाए ताकि उन्हें भी सरकारी कर्मचारियों वाले लाभ मिल सकें. 


कॉर्पोरेशन की ओर से हड़ताल खत्म करवाने के लिए कर्मचारियों को कई लुभावने ऑफर दिए गए जिनमें उनकी सैलेरी बढ़ाना शामिल है. जब इससे बात नहीं बनी तो कॉर्पोरेशन की ओर से कर्मचारियों को डराया भी गया कि उनका सस्पेंड कर दिया जाएगा, लेकिन इस सब के बाद भी स्ट्राइक खत्म नहीं हुआ.


एक अधिकारी ने बताया, ''कॉर्पोरेशन की ओर से कई कोशिशें की गई लेकिन हम असफल रहे. ऐसे में 60 हजार कर्मचारियों को सस्पेंड या डिस्मिस नहीं किया जा सकता. इसलिए अब हमने डिपो मैनेजर्स को कहा है कि वो स्ट्राइक कर्मचारियों के घर जाएं और उन्हें समझाएं.''


एक आंकड़े के मुताबिक शुक्रवार तक 92,666 में से केवल 26, 500 कर्मचारी ही काम पर लौटे थे. आपको बता दें कि राज्य के करीब 250 डिपो 9 नवंबर से बंद पड़े हैं, जिसके चलते राज्य के ग्रामीण इलाकों की परिवहन सेवाएं ठप्प पड़ी हैं. 


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