Maharashtra News: दक्षिण मुंबई में महाराष्ट्र सरकार के मुख्यालय ‘मंत्रालय’ की छठी मंजिल से गुरुवार को एक व्यक्ति ने छलांग लगाकर कथित तौर पर आत्महत्या करने की कोशिश की. पुलिस ने जानकारी दी कि सुरक्षा जाल के कारण वह बच गया. दरअसल, बापू मोकाशी (43) ने दोपहर करीब तीन बजे बिल्डिंग की छठी मंजिल से छलांग लगा दी लेकिन वह उस सुरक्षा जाल पर गिरा जो नीचे खुली जगह को कवर करने के लिए लगाया गया है. पहले भी इसी तरह की घटनाएं हुई थीं, जिसके बाद आत्महत्या के ऐसे प्रयासों को विफल करने के लिए विशेष रूप से सुरक्षा जाल लगाया गया था.


प्रेमिका को दिलाना चाहता था न्याय
दरअसल, बलात्कार के बाद आत्महत्या करने वाली अपनी प्रेमिका को न्याय दिलाने की कोशिश के लिए बापू मोकाशी ने आज मंत्रालय (महाराष्ट्र मंत्रालय) में आत्महत्या करने की कोशिश की. पिछले तीन साल से बापू मोकाशी उसे न्याय दिलाने के लिए प्रयासरत है लेकिन प्रशासन की ओर से ध्यान न देने पर उसने यह कदम उठाया. वहीं छठी मंजिल से कूदकर आज आत्महत्या करने के प्रयास से मंत्रालय में सनसनी फैल गई. बापू नारायण मोकाशी बीड जिले के आष्टी तालुका के परगांव जोगेश्वरी गांव के निवासी हैं.






पुलिस कर रही मामले की जांच
बापू मोकाशी को पुलिस ने जाल से निकाला और उसे अस्पताल ले जाया गया. पुलिस अधिकारी ने बताया कि उसे कोई गंभीर चोट नहीं आई है. मरीन ड्राइव पुलिस मामले की जांच कर रही है. वहीं पिछले कुछ दिनों में इस तरह की यह दूसरी घटना है. आज मंत्रालय में राज्य कैबिनेट की बैठक हुई. इस मौके पर मंत्रालय में भारी भीड़ थी. अचानक बापू मोकाशी उछल पड़े क्योंकि उनकी मांगों पर कार्रवाई नहीं की जा रही थी. युवक के इस छलांग लगाने के बाद मंत्रालय में सनसनी मच गई. मंत्रालय पुलिस तुरंत उस जगह पर पहुंची जहां सुरक्षा घेरा था. मंत्रालय के सुरक्षा घेरे में आने के बाद भी बापू मोकाशी कुछ समय तक वहीं रहे.


इसी बीच वह जोर-जोर से चिल्लाने लगा. वहीं पुलिस उसे समझने की कोशिश करने लगी. आखिरकार पुलिस की समझाइश के बाद वे सुरक्षा घेरे से बाहर आ गए. बाहर आने के बाद पुलिस ने उससे पूछताछ की और हिरासत में लिया. पुलिस उसे मेडिकल जांच के लिए अस्पताल ले गई है. चूंकि पिछले कुछ दिनों में यह दूसरी घटना है, ऐसे में प्रशासन की सिरदर्दी बढ़ने की संभावना है. आज की घटना से एक बार फिर मंत्रालय में सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े हो रहे हैं. 


पहले भी हुई थी आत्महत्या की कोशिश


कोरोना महामारी की लहर थमने के बाद मंत्रालय में आम लोगों की एंट्री शुरू की गई थी. हालांकि पिछले कुछ महीनों से मंत्रालय में आम लोगों की भीड़ बढ़ रही है, ऐसे में प्रशासन ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए कुछ नियम लागू किए हैं. अगस्त के महीने में आयोजित विधायी सत्र के दौरान एक मंत्री ने आत्महत्या का प्रयास किया. इसके बाद एक व्यक्ति ने मंत्रालय की छत पर चढ़कर आत्महत्या का प्रयास किया था. हालांकि, उस वक्त दमकलकर्मियों ने उसे सकुशल नीचे उतार लिया गया.



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