Maharashtra MLC Election 2024: महाराष्ट्र में लोकसभा चुनाव के बाद एमएलसी चुनाव होना है. विधानसभा चुनाव से पहले MLC चुनाव का होना अहम माना जा रहा है. इस चुनाव में कई तरह के समीकरण निकलकर सामने आ रहे हैं. एक तरफ अजित पवार की एनसीपी कह रही है कि शरद गुट के विधायक उनके संपर्क में हैं तो वहीं दूसरी ओर शरद गुट भी ये दावा कर रहा है कि एनसीपी के विधायक उनके संपर्क में हैं. इस बीच सदन में क्रॉस वोटिंग का भी डर बना हुआ है. हालांकि बीजेपी का दावा है कि सीट जितने के लिए उसके पास प्रयाप्त संख्याबल है.


महाराष्ट्र में 11 सीटों के लिए विधान परिषद का चुनाव 12 जुलाई को होगा, जिसमें सुबह 9 बजे से शाम 4 बजे तक मतदान होगा और परिणाम भी उसी दिन घोषित किए जाएंगे.


बीजेपी, शिवसेना, एनसीपी और उद्धव गुट और कांग्रेस उम्मीदवार
11 सीटों के लिए कुल 12 उम्मीदवारों ने नामांकन किया है. बीजेपी ने पंकजा मुंडे, सदाभाऊ खोत, परिणय फुके, योगेश तिलेकर और अमित गोरखे को उम्मीदवार बनाया है.


एनसीपी ने राजेश विटेकर और शिवाजीराव गरजे को मैदान में उतारा है. जयंत पाटिल एनसीपी और कांग्रेस के समर्थन से चुनाव लड़ रहे हैं, जबकि उद्धव ठाकरे की ओर से मिलिंद नार्वेकर को उम्मीदवार बनाया गया है, जिससे चुनाव का सियासी तापमान बढ़ गया है. यह देखना रोचक होगा कि मिलिंद नार्वेकर का सर्वदलीय गठबंधन कितना सफल होता है.


सत्तारूढ़ महायुति गठबंधन ने नौ उम्मीदवार उतारे हैं, जबकि विपक्षी MVA के तीन उम्मीदवार मैदान में हैं. बीजेपी ने सबसे अधिक पांच उम्मीदवार उतारे हैं, इसके बाद अजित पवार की एनसीपी और एकनाथ शिंदे की शिवसेना ने दो-दो उम्मीदवार उतारे हैं. MVA के सहयोगियों में, कांग्रेस और शिवसेना (यूबीटी) ने एक-एक उम्मीदवार उतारा है, जबकि एनसीपी (शरद पवार) पीजेंट्स एंड वर्कर्स पार्टी ऑफ इंडिया के उम्मीदवार जयंत पाटिल का समर्थन कर रही है. पाटिल वर्तमान में MLC हैं.


शिवसेना (यूबीटी) ने उद्धव ठाकरे के करीबी मिलिंद नार्वेकर को और कांग्रेस ने दिवंगत सांसद राजीव सातव की पत्नी प्रदन्या सातव को पुनः उम्मीदवार बनाया है. उद्धव ठाकरे ने कहा कि अगर गठबंधन को तीन MLC सीटें जीतने का भरोसा नहीं होता, तो वे इतने उम्मीदवार नहीं उतारते.


किसके खाते में कितनी सीट जाने की संभावना?
महाराष्ट्र विधान परिषद (MLC) चुनाव में जीत के लिए पहले 23 वोट अत्यधिक महत्वपूर्ण हैं. कांग्रेस को छोड़कर, अन्य पार्टियों को अपने उम्मीदवारों को चुनने में बड़ी कठिनाई है. बीजेपी के पास 103 विधायक हैं और वे निर्दलीयों और छोटे दलों के समर्थन से पांच उम्मीदवारों को चुनने की कोशिश कर रहे हैं. बीजेपी को चौथे उम्मीदवार के लिए 12 वोट चाहिए. कांग्रेस के 37 विधायकों के कारण, उनके उम्मीदवार के लिए विजय प्राप्त करना संभव है. शिवसेना और एनसीपी को दो-दो उम्मीदवारों को चुनने के लिए उन्हें वोटों का संयोजन करना होगा, जबकि राष्ट्रवादी शरद पवार गठबंधन के समर्थन में शेकाप के जयंत पाटिल को भी निर्दलीयों और छोटी पार्टियों के वोटों की जरूरत होगी.


किसके पास कितने विधायक?
महाराष्ट्र विधानसभा की 288 सीटों में से वर्तमान में 274 विधायक हैं. ये 274 विधायक 12 जुलाई को होने वाले चुनाव के लिए निर्वाचक मंडल का गठन करते हैं. उच्च सदन में सीट सुनिश्चित करने के लिए प्रत्येक MLC उम्मीदवार को 23 वोटों की आवश्यकता होगी.


महायुति गठबंधन में बीजेपी के 103, शिवसेना के 40 और एनसीपी के 40 विधायक शामिल हैं. यह गठबंधन राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) का भी हिस्सा है, जिसमें महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (एमएनएस) का 1 विधायक, बहुजन विकास अघाड़ी के 2 विधायक, प्रहार जनशक्ति पार्टी का 1 विधायक और अन्य शामिल हैं, जिससे महायुति का कुल संख्या बल 203 हो जाता है.


विपक्ष के पास 69 विधायकों का समर्थन है जिसमें– कांग्रेस (37), शिवसेना-यूबीटी (16), एनसीपी-एसपी (12), समाजवादी पार्टी (2), भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) (1) और भारतीय किसान और श्रमिक पार्टी (1) विधायक हैं.


गैर-एमवीए घटक, ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के निचले सदन में दो निर्वाचित प्रतिनिधि हैं.


हाल ही में मुंबई शिक्षक, मुंबई स्नातक, नासिक शिक्षक और कोंकण स्नातक की चार एमएलसी सीटों के नतीजे घोषित किए गए थे. चुनाव 26 जून को हुए थे, जिसमें शिवसेना (यूबीटी) ने दो सीटें जीतीं, जबकि बीजेपी और शिवसेना ने एक-एक सीट जीती.


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