Eknath Khadse BJP: महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री और खानदेश क्षेत्र के कद्दावर नेता एकनाथ खडसे ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल होने के लिए औपचारिक स्वीकृति को लेकर इंतजार कराए जाने पर सोमवार को निराशा जताई है. उत्तर महाराष्ट्र के कद्दावर नेता खडसे ने कहा कि कुछ महीने पहले बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने उनका पार्टी में स्वागत किया था. उन्होंने महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस का नाम लिए बिना कहा कि कुछ लोगों के विरोध के कारण औपचारिक सार्वजनिक घोषणा भी तक नहीं हुई. 


महाराष्ट्र के 72 वर्षीय राजनेता एकनाथ खडसे ने जलगांव में संवाददाताओं से कहा, ‘‘मुझे लगता है कि ऐसी स्थिति में भारतीय जनता पार्टी में बने रहना ठीक नहीं है. मैं कुछ और दिन इंतजार करूंगा और फिर कोई फैसला लूंगा.’’ 


उन्होंने आगे कहा, ‘‘मैं अभी भी शरद पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) का सदस्य हूं और उसका विधायक भी हूं. मैंने उस पार्टी से इस्तीफा दे दिया था, लेकिन पवार ने मेरा इस्तीफा स्वीकार नहीं किया और मुझे विधायक बने रहने को कहा.’’ 


फडणवीस पर लगाए थे ये आरोप 


बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस और पार्टी के उत्तर महाराष्ट्र के प्रभारी गिरीश महाजन के साथ मतभेदों के कारण खडसे ने अक्टूबर 2020 में बीजेपी छोड़ दी थी. वह शरद पवार के नेतृत्व वाली राकांपा में शामिल हो गए थे. वर्ष 2020 में पवार के नेतृत्व वाली पार्टी में शामिल होने के बाद खडसे ने फडणवीस पर ‘‘उनके जीवन और राजनीतिक करियर को नष्ट करने की कोशिश’’ करने का आरोप लगाया था. 


महाराष्ट्र के इस क्षेत्र में है उनकी पकड़ मजबूत 
 
एकनाथ खडसे ने अन्य पिछड़ा वर्ग लेवा-पाटिल समुदाय से हैं. वह जलगांव जिले के मुक्ताईनगर के निवासी हैं. माना जाता है कि उत्तर महाराष्ट्र-खानदेश क्षेत्र में उनका प्रभाव है. खडसे ने छह बार मुक्ताईनगर विधानसभा सीट पर जीत दर्ज की. उनकी पुत्रवधू रक्षा खडसे ने रावेर से 2014, 2019 और 2024 के लोकसभा चुनाव में जीत दर्ज की और अब वह केंद्रीय राज्य मंत्री हैं.


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