ABP C Voter Survey On NCP-BJP Alliance: कहा जाता है कि सियासत में कभी भी कुछ भी हो सकता है. यहां न कोई दोस्त है और न ही कोई दुश्मन. कई बार ऐसे उदाहरण देखने को भी मिले हैं. अभी शरद पवार (Sharad Pawar) के इस्तीफे के बाद से महाराष्ट्र (Maharasgtra) में कानाफूसी भी शुरू हो गई है. कुछ लोग अटकलें लगा रहे हैं, वहीं कुछ लोग अभी इंतजार कर रहे हैं कि महाराष्ट्र की राजनीति में ऊंट किस करवट बैठता रहा. इस बीच एबीपी न्यूज़ के लिए सी वोटर ने सर्वे किया और लोगों से पूछा कि क्या शरद पवार के इस्तीफे के बाद एनसीपी का बीजेपी से हाथ मिलाने का रास्ता साफ हो गया है. इस सवाल पर लोगों ने अपनी प्रतिक्रिया दी.
अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के बाद क्या अब NCP का बीजेपी से हाथ मिलाने का रास्ता साफ हो गया है?
हां- 37 फीसदी
नहीं- 37 फीसदी
पता नहीं- 26 फीसदी
अजित पवार में बीजेपी से ले लिया था समर्थन
सर्वे के आंकड़ों की मानें तो जितने लोगों को ऐसा लगता है कि आने वाले भविष्य में एनसीपी और बीजेपी हाथ मिला सकती है, उतने ही लोग ऐसा नहीं भी मानते हैं. बता दें कि 2019 में शरद पवार के भतीजे अजित पवार ने सभी को चौंकाते हुए देवेंद्र फडणवीस के साथ शपथ ले लिया था. हालांकि बाद में उन्होंने अपना समर्थन वापस भी ले लिया था.
शरद पवार को मनाने की हो रही कोशिश
शरद पवार ने स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए मंगलवार (2 मई) को इस्तीफा दे दिया. उनके एलान के बाद ही एनसीपी और महाराष्ट्र की राजनीति में भूचाल सा आ गया. शरद पवार को मनाने की कोशिशें जारी हैं और उन्होंने अपने फैसले पर विचार करने के लिए दो-तीन दिन का वक्त मांगा है. महाराष्ट्र में शिवसेना और कांग्रेस को साथ लाने में शरद पवार का अहम योगदान माना जाता है. विपक्ष के नेताओं में उनका कद बहुत बड़ा है. हालांकि, बीते दिनों में कुछ मुद्दों पर उनकी राय ने विपक्ष को भी चौंका दिया. चाहे वो प्रधानमंत्री की डिग्री का मामला हो या फिर हिंडनबर्ग रिपोर्ट का मामाला हो.
(नोट- abp न्यूज़ के लिए सी वोटर ने महाराष्ट्र का त्वरित सर्वे किया है । इस सर्वे में 1 हजार 638 लोगों से बात की गई है . सर्वे आज (3 मई) दिनभर किया गया है. इस सर्वे में मार्जिन ऑफ एरर प्लस माइनस 3 से प्लस माइनस 5 फीसदी है.)
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