Women Reservation Bill: बीजेपी नेता उमा भारती (Uma Bharti) के महिला आरक्षण बिल के बयान पर शिवसेना (UBT) सांसद प्रियंका चतुर्वेदी (Priyanka Chaturvedi) का कहना है कि, कुछ दिन पहले उमा भारती ने खुद कहा था कि, महिला आरक्षण बिल में ओबीसी कोटा प्रावधान होना चाहिए, लेकिन अब उनका कहना कि आरक्षण के बिना भी टिकट दिया जा सकता है, पहले भी इच्छाशक्ति के हिसाब से टिकट दिया जाता था. इससे पता चलता है कि, उनकी इस बारे में खिंचाई हुई है. अगर बीजेपी में इतनी इच्छाशक्ति होती तो यह बिल बहुत पहले ही आ गया होता, चुनाव से 6 महीने पहले नहीं आता.


पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने महिला आरक्षण बिल (नारी शक्ति वंदन अधिनियम) पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए, इसमें ओबीसी महिलाओं को आरक्षण दिये जाने की मांग की है. महिला आरक्षण पर हमेश पर मुखर रहीं उमा भारती ने कहा कि वह पार्टी को कमजोर नहीं करना चाहती हैं, लेकिन महिलाओं को ओबीसी आरक्षण दिलवाकर रहूंगी. इससे पहले बीजेपी सांसद उमा भारती ने मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में महिलाओं को 33 फीसदी आरक्षण के साथ टिकट देने की मांग उठाई है.






'आरक्षण की कोई आवश्यकता नहीं '
दरअसल, शनिवार को एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उमा भारती ने फिर कहा कि, मध्य प्रदेश में चुनाव आ रहे हैं, इसलिए इसे अभी लागू किया जा सकता है. राजनीतिक दल पिछड़ी जाति की महिलाओं को बिना आरक्षण के टिकट देते हैं. आरक्षण की कोई आवश्यकता नहीं है, केवल आपकी इच्छा शक्ति की आवश्यकता है. वहीं पार्टी लाइन हटकर और कई बार पार्टी के खिलाफ बयानबाजी के आरोपों को खारिज करते हुए उन्होंने कहा कि, लोग कहते हैं कि मैं कांग्रेस के सुर में बोल रही हूं, लेकिन ऐसा नहीं है. कांग्रेस मेरे सुर में बोल रही है. एक समय था जब कांग्रेस और भाजपा एक ही भाषा बोलते थे कि ओबीसी को आरक्षण नहीं मिलना चाहिए. आज कांग्रेस ने मजबूरी में अपना रुख बदला है क्योंकि बिहार और यूपी में उनका सफाया हो गया है.


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