Baba Siddique Murder Case: एनसीपी नेता और बिजनेसमैन बाबा सिद्दीकी के हत्याकांड को तीन महीने बीत चुके हैं. इस मर्डर केस में मुंबई क्राइम ब्रांच लगातार जांच कर रही है और 4590 पन्नों की चार्जशीट भी फाइल की गई है, जिसमें कई सनसनीखेज खुलासे हुए हैं. अब इस आरोप पत्र पर बाबा सिद्दीकी के बेटे और पूर्व विधायक जीशान सिद्दीकी ने असहमति दर्ज की कराई है. उन्होंने कहा है कि उनके पिता बाबा सिद्दीकी के मर्डर केस में बिल्डर्स का हाथ होने की बात को नकारा नहीं जा सकता.
पूर्व विधायक जीशान सिद्दीकी ने कहा, "मुझे पता चला है कि 4590 पन्नों की चार्जशीट फाइल की गई है. आरोप पत्र में क्या लिखा है, मुझे इस बात की जानकारी नहीं है. मीडिया रिपोर्ट से यह पता चला है कि बिल्डर के एंगल को रूल आउट कर दिया गया है, लेकिन मेरा परिवार इससे सहमत नहीं है. हमारा यह मानना है कि अनमोल बिश्नोई अगर मुख्य साजिशकर्ता है, तो क्या आपने उससे पूछताछ की है या अनमोल बिश्नोई ने खुद यह बात मानी है कि किसी बिल्डर ने उसे हत्या करने को नहीं कहा था?"
मुख्य साजिशकर्ता अब भी पुलिस की पकड़ से बाहर
न्यूज एजेंसी आईएएनएस से बात करते हुए जीशान सिद्दीकी ने कहा, "अनमोल बिश्नोई, शुभम लोनकर और जीशान अख्तर जैसे मुख्य साजिशकर्ता तो पुलिस की पकड़ से अभी भी बाहर हैं. तीन महीने से पुलिस उन्हें नहीं ढूंढ पाई. जो पुलिस के हत्थे चढ़े हैं, वो केवल प्यादे हैं जिन्हें बिना वजह बताए गोली मार देने के लिए कहा गया था. ऐसे में पुलिस को कैसे पता कि किसी बिल्डर का इसमें हाथ नहीं है?"
'मेरे बयानों पर नहीं की गई जांच'- जीशान सिद्दीकी
बाबा सिद्दीकी के बेटे ने कहा, "मैंने अपने बयान में कई लोगों के नाम लिए थे. बताया था कि कितने प्रोजेक्ट चल रहे हैं. मैं और पिताजी गरीबों की लड़ाई लड़ते आए हैं. तो काफी बिल्डर्स को इससे उलझन होती होगी, क्योंकि वह जब भी गरीबों का गलत करते हैं, तो गरीब हमारे पास आते हैं और हम उनके हक के लिए हस्तक्षेप करते हैं. अगर यह एंगल है, तो पुलिस ने किन बिल्डर्स से पूछताछ की? मुंबई पुलिस चाहती तो बहुत कुछ कर सकती है, लेकिन अगर पुलिस यह कह रही है कि बाबा सिद्दीकी हत्याकांड में बिल्डर्स का कोई हाथ नहीं है, तो बिना साजिशकर्ताओं के मिले इतने बड़े एंगल को नकारा कैसे जा सकता है? यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है."
जीशान सिद्दीकी ने कहा था, "पिताजी (बाबा सिद्दीकी) की हत्या की वारदात से कुछ समय पहले ही मुझ पर एफआईआर हुई थी. सिटिंग विधायक पर केस दर्ज होना, मेरे घर पर पुलिस पहुंच गई थी. हालांकि, एफआईआर में क्या था यह नहीं बताया गया. किसके दबाव में आकर केस दर्ज किया गया? विधायक के काम रोक दिए गए, ये सब किसने कराया, इस पर कोई जांच नहीं की गई?"
सलमान खान के घर फायरिंग के बाद भी नहीं बढ़ी सिक्योरिटी
जीशान सिद्दीकी ने पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा, "मुझे लगता है कि नरेटिव सेट करने की कोशिश की गई है, पिताजी के अस्पताल पहुंचने से पहले ही लोग कहने लगे थे कि बिश्नोई ने किया है. अगर आपको पहले ही पता था कि बिश्नोई ने किया है, तो आपको इसे रोकना चाहिए था."
उन्होंने आगे कहा, "जब सलमान भाई के यहां फायरिंग हुई थी, तो एक अफवाह फैली थी कि मेरे घर पर भी फायरिंग हुई है. न उस दौरान बाबा सिद्दीकी की सिक्योरिटी बढ़ाई गई और न ही कोई एक्शन लिया गया. अगर बाबा सिद्दीकी की सुरक्षा बढ़ाई जाती, तो आज वह हमारे साथ होते. इस बात का भी जवाब चाहिए कि उनकी सुरक्षा क्यों नहीं बढ़ाई गई, जबकि हमने इसके लिए मांग भी की थी. डेढ़ महीने से अगर रेकी की जा रही थी, तो इंटेलिजेंस क्या कर रहा था?"
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