रायबरेली, एबीपी गंगा। जहां एक तरफ सीवर टैंक और गहरे गड्ढों में बन रही गैसें सफाई कर्मियों की जान ले रही हैं. वहीं दूसरी तरफ इससे अनजान नगर पालिका अधिशासी अधिकारी की बड़ी लापरवाही सामने आई है. नगर पालिका क्षेत्र में बिना किसी सेफ्टी किट और सुरक्षा व्यवस्था के सफाई कर्मी 15 फीट गहरे सीवर के मेनहोल में उतार दिया गया. मामला उजागर होने पर सभासद ने मौके पर पहुंचकर टैंक में घुसे सफाई कर्मी को बाहर निकलवाया. उन्होंने नगर पालिका प्रशासन पर कार्यवाही की मांग की. मामला इंदिरा नगर क्षेत्र के वार्ड नंबर 26 का है. यहां प्राइमरी नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी की बड़ी लापरवाही सामने आई.


गौरतलब है कि अक्सर सीवर टैंक के गड्ढे में गैस बनने के कारण सफाई कर्मियों की मौते होती है. रायबरेली के इंदिरा नगर में भी बिना सेफ्टी किट व अन्य सुरक्षा व्यवस्था के सफाई कर्मी को 15 फीट गहरे सीवर टैंक में उतार दिया गया. वह अंदर अपनी जान पर खेलकर सीवर की सफाई कर रहा था. जिसकी सूचना वार्ड के सभासद को मिली तो वह मौके पर पहुंची और तत्काल उसे बाहर निकलवाया.


नगर पालिका की लापरवाही हुई आम
नगर पालिका प्रशासन की इस तरह की लापरवाही या आम हो चुकी है. सफाई कर्मियों के जान से खिलवाड़ करना उनकी आदत में शुमार हो चुका है. सफाई कर्मियों की जान उनके लिए बहुत महत्वपूर्ण नहीं है. इंद्रा नगर के वार्ड नंबर 26 की सभासद पूनम तिवारी ने सफाई कर्मी मन्नू को सीवर टैंक से बाहर निकलवा कर नगर पालिका अध्यक्ष और नगरपालिका के अधिशासी अधिकारी पर कानूनी कार्रवाई की मांग की है.


मनमानी का आरोप
सभासद पूनम तिवारी ने कहा कि आए दिन इस तरह के हादसे होते रहते हैं लेकिन नगर पालिका अध्यक्ष की पूरी मनमानी यहां चल रही है. सफाई कर्मी को बिना किट और सुरक्षा उपकरण के सीवर टैंक में उतार दिया गया था. हमने प्रशासन से इन पर कानूनी कार्रवाई की मांग की है. उस पर कानूनी कार्रवाई की जाए.


मामले की होगी जांच
उधर, अपर जिलाधिकारी (वित्त एवं राजस्व) ने कहा कि ये मामला उनके संज्ञान में आया है. इसकी जांच कराई जा रही है. नगर पालिका के अधिकारी को नोटिस भी दी दिया गया है. फिलहाल, जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी.


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