मेरठः कानपुर में बर्ड फ्लू का मामला सामने आने के बाद पूरे प्रदेश में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है जिसको लेकर मेरठ में भी काफी ज्यादा सतर्कता बरती जा रही है. पशु चिकित्सा अधिकारी ने टास्क टीम बनाई है जो पोल्ट्री फार्म, चिकन शॉप और पश्चिम विहार की निगरानी कर रही है. साथ ही लोगो से अपील भी की गई है कि अगर कहीं पक्षियों की मरने की जानकारी मिले तो वो तत्काल पशु चिकित्सा अधिकारी व जिला अधिकारी कार्यालय में दें.


चिकन की बिक्री में आई गिरावट
बर्ड फ्लू आने के बाद मेरठ में चिकन की सेल व दामों में भारी गिरावट देखने को मिली है. साथ ही जिला प्रशासन ने सभी चिकित्सकों को गाइडलाइन जारी कर आदेश दिए हैं कि कोई भी बीमार पंछी नहीं काटा जाएगा. अगर उनके शॉप पर कोई पंछी मरता है तो तत्काल वह बस चिकित्सा अधिकारी व जिला अधिकारी कार्यालय में सूचना दें ताकि वक्त रहते तत्काल कार्रवाई की जा सके.


वहीं, कानपुर को दृष्टिगत रखते हुए भी पशु चिकित्सा अधिकारी ने टीमें गठित की हैं जो पोल्ट्री फार्म, एग शॉप और चिकन शॉप सहित सभी जगहों पर निगरानी रखे हुए हैं. ताकि अगर कहीं भी पंछी के बीमार होने या उसके मरने की सूचना मिले तो वह मौके पर पहुंच कर उचित कार्रवाई कर सकें.


मेरठ से हस्तिनापुर स्थित पंछी विहार को भी आम जनता के लिए पूरी तरह से बंद कर दिया गया है और वहां पर भी पीने लगा कर विदेशों से आने वाली पंछियों की निगरानी की जा रही है।


मेरठ में सालाना 5.30 करोड़ अंडों का उत्पादन
आपको बता दें मेरठ में करीब छह लाख 50 हजार रजिस्टर पंछियां है जिन की निगरानी की जा रही है. साथ ही इनसे इस फाइनेंशियल ईयर में करीब 5.30 करोड़ अंडों का उत्पादन किया गया है. यही वजह है कि मेरठ में बड़े पैमाने पर पोल्ट्री का कारोबार किया जाता है जिसको लेकर जिला प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट है. और उसका कहना है कि वह बर्ड फ्लू को लेकर कोई भी लापरवाही किसी भी स्तर पर नहीं बरती जायेगी ताकि इस भयावह स्थिति से जल्द से जल्द निपटा जा सके.


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