वसंत पंचमी के स्नान को लेकर जिला प्रशासन की ओर से तैयारियां लगभग पूरी कर ली गई है. वसंत पंचमी पर नदी के तट पर भारी भीड़ लगने की आशंका को देखते हुए ट्रैफिक प्लान भी जारी किया गया है. सभी भारी वाहनों को हरिद्वार में घुसने पर रोक लगा दी गई है. वहीं, नजीबाबाद की ओर से आने वाले वाहनों को गौरीशंकर पार्किंग में खड़ा किया जाएगा. देहरादून और ऋषिकेश की ओर से आने वाले वाहनों को मोतीचूर और पावन धाम पार्किंग में खड़ा किया जाएगा. दूसरे प्रदेशों से आने वाली रोडवेज बसों को स्थानीय बस अड्डे और ऋषिकुल बस अड्डे पर पार्क करने की व्यवस्था बनाई गई है.


वसंत पंचमी के स्नान को लेकर डीजीपी अशोक कुमार ने जानकारी देते हुए बताया की वसंत पंचमी बड़ा त्योहार है और ऐसे में व्यवस्था बनाये रखने के लिए पुलिस पूरी तरह से तैयार है. करीब 8 से 10 लाख लोगों के आने की उम्मीद है. उन्होंने आगे बताया कि शहर में ट्रैफिक प्लान के साथ ही जगह-जगह ट्रैफिक पुलिस की तैनाती की गई है.


जानिए वसंत पंचमी का क्या है महत्व


जीवन में ज्ञान के बिना सफलता की कल्पना करना मुश्किल है. वेद और शास्त्रों में भी ज्ञान के महत्व के बारे में विस्तार से बताया गया है. ज्ञान हर प्रकार के अंधकार को दूर करने की क्षमता रखता है. वर्तमान समय की बात करें तो शिक्षा से ही सफलता प्राप्त होती है. वसंत पंचमी का दिन ज्ञान के महत्व को जानने का भी पर्व है. वसंत पंचमी का पर्व शिक्षा आरंभ करने के लिए सबसे उत्तम माना गया है. इसलिए इस दिन छोटे बच्चों की शिक्षा का आरंभ किया जाता है. इसके साथ ही इस दिन अबूझ मुहूर्त का निर्माण होता है. वसंत पंचमी के दिन बिना मुहूर्त को देखे शुभ और मांगलिक कार्य किए जा सकते हैं.


वसंत पंचमी के दिन शाही स्नान करने की परंपरा 


वसंत पंचमी के दिन लोग विशेष तौर पर शाही स्नान करने के लिए नदी तट पर उपस्थित होते हैं. लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ती है. वसंत पंचमी के दिन शाही स्नान करना शुभ माना जाता है. कहा जाता है कि इस दिन शाही स्नान करने से जीवन में सुख-समृद्धि बनी रहती है. इस दिन दान पुण्य करने का महता भी काफी ज्यादा है.