MP News: लोगों को जोड़ने के साथ परिवार तोड़ने का काम भी कर रहा है मोबाइल, जानिए और क्या हैं तलाक की वजह
Bhopal News: ग्वालियर में कुटुंब न्यायालय के जजों की ओर से कराए सर्वे में सामने आया है कि परिवार में तनाव बढ़ाने में मोबाईल का बड़ा योगदान है. यह लोगों को जोड़ने के साथ-साथ तलाक का कारण भी बन रहा है.
MP Family Court Survey: आज के दिन-प्रतिदिन के जीवन में मोबाइल फोन की उपयोगिता से काफी सहूलियत मिली है. वहीं दूसरी तरफ अब यह मोबाइल फोन परिवारों को तोड़ने का भी काम कर रहे हैं.ऐसा ही एक खुलासा ग्वालियर में कुटुंब न्यायालय के जजों द्वारा कराए गए सर्वे से हुआ है. इस सर्वे से पता चला है कि अधिकांश बहुएं अपने साथ सास-ससुर को नहीं रखना चाहती हैं.
ग्वालियर के कुटुंब न्यायालय में तलाक के केस
आपको बता दें कि ग्वालियर के कुटुंब न्यायालय में तलाक, भरण पोषण और बच्चों की देखरेख के केस छह हजार 585 तक पहुंच गए हैं. केसों की बढ़ी संख्या देख कुटुंब न्यायालय के जजों ने काउंसलरों के माध्यम से सर्वे कराया है. यह सर्वे वरिष्ठ काउंसलर कमलेश शर्मा, जीके सचदेवा, ज्योति प्रकाश सक्सेना द्वारा किया गया है. काउंसलरों ने सर्वे कर रिपोर्ट जारी की. इससे यह पता चलता है कि मोबाइल फोन की वजह से परिवार और पति-पत्नी के रिश्तों में दरार आ रही है.
ग्वालियर कुटुंब न्यायालय में 3 हजार 351 केस मैरिज एक्ट के तहत तलाक और अन्य धाराओं में लंबित हैं. वहीं तीन हजार 51 केस धारा 125 के तहत भरण पोषण और मेंटनेंस के, धारा-163 के तहत बच्चों की कस्टडी के हैं.
ससुराल के हर बात को मायकों वालों को बताती है बहु
काउंसलरों की ओर से किए गए सर्वे में जो बात सामने आई है, वह यह है कि पत्नी ससुराल की हर छोटी बात अपने मायके बताती है. मोबाइल की वजह से मायकों का दखल बेटी के ससुराल में बढ़ा है.इसकी वजह से पति-पत्नी के रिश्तों में दूरिया बढ़ती जा रही हैं. वहीं यह भी खुलासा हुआ है कि पति-पत्नी मोबाइल में व्यस्त रहते हैं. वे आपस में कम ही बात करते हैं.
बहुओं को पसंद नहीं है सास-ससुर को रखना
काउंसलरों की ओर से किए गए सर्वे में यह भी पता चला है कि ज्यादातर बहुएं अपने सास और ससुर को साथ रखना पसंद नहीं करती हैं. इसी वजह से भी पारिवारिक विवाद होते हैं. वहीं प्रेम विवाह में पत्नी का आरोप होता है कि शादी के पहले पति हर बात मानता था,अब अनदेखा किया जा रहा है.
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