भोपाल: मध्य प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्त्म मिश्रा ने मास्क नहीं पहनने वाले अपने बयान पर अब खेद जताया है. नरोत्त्म मिश्रा ने कहा, "मैं अपनी गलती मानते हुए खेद प्रकट करता हूं. मैं खुद भी मास्क पहनूंगा. समाज से भी अपील करूंगा कि सभी मास्क पहनें और सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन करें."


उन्होंने अपने ट्वीट में ये भी लिखा, 'मास्क पहनने के बारे में मेरे बयान से कानून की अवहेलना महसूस हुई है. यह माननीय प्रधानमंत्री जी की भावना के अनुरूप नहीं था.'





क्या कहा था नरोत्त्म मिश्रा ने...
एक ओर जहां केंद्र सरकार और सभी राज्य सरकारें लोगों को कोरोना से बचने के लिए मास्क पहनने की सलाह दे रहे हैं वहीं नरोत्त्म मिश्रा ने एक बयान में कहा था कि वह मास्क नहीं पहनते हैं. मिश्रा, प्रदेश सरकार की गरीब कल्याण आधारित "सम्बल" योजना से जुडे़ कार्यक्रम में भाग लेने के लिए इंदौर में थे. इस कार्यक्रम में उनके मास्क नहीं लगाने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने पत्रकारों से कहा था, "मैं किसी भी कार्यक्रम में (मास्क) नहीं पहनता. इसमें क्या होता है?"


गृह मंत्री से जब पूछा गया था कि क्या वह किसी विशेष कारण से मास्क नहीं पहनते, तो उन्होंने दो टूक जवाब दिया कि वह इसे पहनते ही नहीं हैं. जब वह पत्रकारों से बात कर रहे थे, तब भी उन्होंने मास्क नहीं लगाया हुआ था. जबकि उनके पास ही खडे़ राज्य के जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट और अन्य बीजेपी नेताओं ने महामारी से बचाव के लिए मास्क लगाया हुआ था.


बयान पर सफाई
हालांकि बाद में नरोत्तम मिश्रा ने भोपाल में इस पर सफाई देते हुए कहा था, "ऐसा नहीं है, लगाता हूं, आवश्यकता होती है तो लगाता हूं. दरअसल लंबे समय तक नहीं लगा पाता. उसके पीछे कारण है. मुझे पॉलिप्स है (नाक के भीतर नेजल पैसेज या साइनस में कोमल, बिना दर्द वाली, गैर कैंसर वाली गांठ को नेजल पॉलिप्स कहा जाता है), मास्क लगाने पर घुटन होती है. लेकिन उसके बाद भी मैं कई कार्यक्रमों में, कई स्थानों जहां आवश्यकता होती है, (मास्क) लगाता हूं."


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